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अश्वेत व्यक्ति की गर्दन पर घुटना रखने के आरोपी पुलिस अधिकारी ने कहा माफ कर दो

पूरे लंदन में एक बार फिर संयुक्त राज्य अमेरिका में हुई जॉर्ज फ्लॉयड की मौत की याद दिला दी थी। एक पुलिस अधिकारी ने फिर अश्वेत आरोपी को गिराकर उसकी गर्दन पर घुटना रख दिया।

By Vinay TiwariEdited By: Published: Sun, 19 Jul 2020 03:47 PM (IST)Updated: Sun, 19 Jul 2020 03:47 PM (IST)
अश्वेत व्यक्ति की गर्दन पर घुटना रखने के आरोपी पुलिस अधिकारी ने कहा माफ कर दो
अश्वेत व्यक्ति की गर्दन पर घुटना रखने के आरोपी पुलिस अधिकारी ने कहा माफ कर दो

लंदन, न्यूयॉर्क टाइम्स न्यूज सर्विस। मेट्रोपॉलिटन पुलिस से सस्पेंड किए गए अधिकारी को अब अपने किए पर पछतावा हुआ है, इस वजह से उसने माफी मांगने का आग्रह किया है। इससे पहले मेट्रोपोलिटन पुलिस ने इस अधिकारी को एक अश्वेत आरोपी को गिरफ्तार करने के दौरान उसकी गर्दन पर घुटना रखने के आरोप में निलंबित कर दिया था। आरोपी के एक वकील ने कोर्ट में केस फाइल किया, सुनवाई के दौरान अधिकारी ने कहा कि वो माफी मांगना चाहता है, उससे गलती हो गई है उसे माफ कर दिया जाए। 

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इस घटना के बाद से पूरे लंदन में एक बार फिर संयुक्त राज्य अमेरिका में हुई जॉर्ज फ्लॉयड की मौत की याद दिला दी थी। इस पुलिस अधिकारी ने भी कुछ उसी तरह से आरोपी को गिराकर उसकी गर्दन पर अपना घुटना रख दिया था। आरोपी पुलिस अधिकारी से कहता रहा कि उसकी गर्दन पर से घुटना हटा लें वो सांस नहीं ले पा रहा है। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, उसके बाद इस अधिकारी पर एक्शन लिया गया।

यह घटना ब्रिटेन की राजधानी इस्लिंगटन क्षेत्र में हुई थी और इससे जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर आने के बाद से पुलिस को लोगों की आलोचना का सामना करना पड़ रहा। इस पुलिस अधिकारी ने चाकू रखने के आरोप में अश्वेत को पकड़ा, उसे हथकड़ी लगा दी, उसके बाद उसे जमीन पर लिटा दिया और उसकी गर्दन पर घुटना रख दिया था।

उसी के बाद घटना की जानकारी सामने आने पर मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने गिरफ्तार करने वाले अधिकारी को निलंबित कर दिया है। एक दूसरे अधिकारी जिसने गुरुवार को गिरफ्तारी में सहायता की थी, को बल के डिप्टी कमिश्नर स्टीव हाउस ने "बेहद परेशान करने वाला" एपिसोड कहा, उन्होंने कहा कि इसकी जांच की जाएगी।

लंदन में पुलिस और शहर के मेयर सादिक खान ने गिरफ्तारी में इस्तेमाल की जाने वाली रणनीति की निंदा की है। इंग्लैंड और वेल्स के अधिकारियों को किसी व्यक्ति की गर्दन या चेहरे पर दबाव डालने के लिए प्रशिक्षित नहीं किया जाता है। इससे पहले 25 मई को अमेरिका के मिनिपोलिस में न्यूयार्क पुलिस ने 46 वर्षीय अफ्रीकी-अमेरिकी नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड को इसी तरह से पकड़ने की कोशिश की थी। 

इस दौरान पुलिस ने नौ मिनट तक फ्लॉयड की गर्दन पर घुटने से दबाव बनाया था जिसके बाद दम घुटने से उसकी मौत हो गई थी। इस घटना से दुनिया भर में आक्रोशित लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। यहां तक कि दासता के प्रतीक कह कई पुरानी मूर्तियों को गिराने की हिंसक घटनाएं भी देखी गई। पूरी दुनिया में नस्लभेद विरोधी प्रदर्शन शुरू हो गए थे। ब्रिटेन में भी कई दिनों तक हिंसक प्रदर्शन हुए थे।  


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