Move to Jagran APP

दालखोला क्षेत्र में वाटर सर्विस बना चुनावी मुद्दा

रंजीत कुमार यादव उत्तर दिनाजपुर आगामी विधानसभा चुनाव में उत्तर दिनाजपुर जिले में दालखोला में इ

By JagranEdited By: Published: Mon, 22 Feb 2021 07:21 PM (IST)Updated: Mon, 22 Feb 2021 07:21 PM (IST)
दालखोला क्षेत्र में वाटर सर्विस बना चुनावी मुद्दा
दालखोला क्षेत्र में वाटर सर्विस बना चुनावी मुद्दा

रंजीत कुमार यादव, उत्तर दिनाजपुर : आगामी विधानसभा चुनाव में उत्तर दिनाजपुर जिले में दालखोला में इस बार वाटर सप्लाई सíवस का मसला चुनावी मुद्दा बनता जा रहा है। विपक्ष इस मुद्दे को कर्णदिघी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत दालखोला नगरपालिका क्षेत्र में एक अस्त्र के रूप में उपयोग कर रहा है।

loksabha election banner

स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर पालिका क्षेत्र में घर-घर पाइपलाइन के माध्यम से पानी की आपूíत सेवाएं अभी तक शुरू नहीं की गई हैं। इसी समय शहर के लगभग आधे वार्डो में पानी के नल सेवा से नलकुप तक नहीं हैं। जल सेवा की इस जीर्ण-शीर्ण अवस्था पर स्थानीय लोग नाराज हैं। इसी को हथियार बनाकर विपक्षी पाíटया वाम और भाजपा सत्तारूढ़ दल के खिलाफ लोगों के गुस्से का इस्तेमाल कर नगरपालिका क्षेत्र के लोगों के मन को जीतना चाहती है और मतदाताओं को विपक्षी पाíटया अपने अपने और करने की फिराक में है। हालाकि सत्ता पक्ष दावा करता है कि इससे विपक्ष को कोई फायदा नहीं होगा, क्योंकि क्षेत्र में बहुत से जनहित में विकास कार्य हुए हैं। लोगों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कई विकास कार्य देखे हैं।

भाजपा की नगर समिति के महासचिव गौतम दे उर्फ बाबू ने कहा कि दालखोला नगरपालिका में शुद्ध पेयजल की सेवा बहुत खराब है। कुछ इलाकों में नल का पानी नहीं आता है। लोगों ने घर के पानी की आपूíत सेवाओं के लिए पैसे के साथ फॉर्म भरे हैं। लेकिन आज भी इसे शुरू नहीं किया गया है। शहर के लोगों में गुस्सा है कि उन्हें उचित सेवा नहीं मिल रही है। हम वोट से पहले स्थानीय स्तर पर इस मुद्दे को जनता के सामने रख रहे हैं।

सीपीएम जिला कमेटी के सदस्य सुजीत दे सरकार ने कहा कि सत्तारूढ़ दल पेयजल आपूíत के नाम पर लोगों से झूठे वादे करके वोट विभाजन को पार करने की कोशिश कर रहा है। घर-घर पाइप लाइन से पानी की आपूíत अभी तक चालू नहीं हुई है।

विपक्ष के आरोप के जवाब में तृणमूल नेता और नगर पालिका के गवìनग बोर्ड के अध्यक्ष सुभाष गोस्वामी ने कहा कि जल परियोजना पर 50 करोड़ राशि खर्च होंगे। टेंडर प्रक्रिया चल रही है। दालखोला में विपक्ष का कोई योगदान नहीं है। वे सिर्फ विरोध करने के लिए विभिन्न मुद्दे बनाते हैं। यदि जनसंख्या 50,000 कम आबादी वाले नगरपालिका को केंद्र जल परियोजनाओं के लिए नगरपालिका को धन प्रदान नहीं करता है। 50,000 आबादी कम है इसलिए केंद्र से वित्तीय सहायता नहीं मिल रही है। हम प्रोजेक्ट पर राज्य सरकार के पैसे से काम कर रहे हैं। केंद्र सरकार परियोजना के लिए भुगतान नहीं करेगी, और उनके नेता बड़ी बात कर रहे हैं।

नगरपालिका के सूत्रों के अनुसार, राज्य के शहरी विकास नगर मामलों से 50 करोड़ का फंड आया है। इस धन का उपयोग जल सेवाओं को विकसित करने के लिए किया जाएगा। नल का जल सेवा पाइपलाइन के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्ध है। लेकिन घर-घर पाइप लाइन के लिए पानी की सेवा शुरू नहीं की गई है। पहले चरण में पाच वार्डो में घर-घर जल सेवा शुरू की जाएगी। अब एक जलाशय है। चार और नए जलाशय (रिजर्वर) बनाए जाएंगे। नगरपालिका कार्यालय परिसर में एक जलाशय है। इसके आधार पर, वार्ड 1, 2, 4, 5 और 8 में टैप कल वाटर सेवा चल रही है। कई लोग पानी खरीदने के लिए मजबूर हो गए क्योंकि उन्हें नगर पालिका से शुद्ध पीने का पानी की आपूíत नहीं हो रहीं है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.