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रायगंज के शुभ्रांशु को पेरिश में व्याख्यान के लिए मिला न्यौता

-न्यूरोलॉजी व न्यूरों डिस ऑर्डर विषय पर देंगे व्याख्यान -स्मार्ट फोन पास रखने पर विभिन्न रोगों

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 Jan 2022 08:27 PM (IST)Updated: Wed, 12 Jan 2022 08:27 PM (IST)
रायगंज के शुभ्रांशु को पेरिश में व्याख्यान के लिए मिला न्यौता
रायगंज के शुभ्रांशु को पेरिश में व्याख्यान के लिए मिला न्यौता

-न्यूरोलॉजी व न्यूरों डिस ऑर्डर विषय पर देंगे व्याख्यान

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-स्मार्ट फोन पास रखने पर विभिन्न रोगों की हो सकेगी पहचान

संवाद सूत्र,रायगंज:रायगंज का छात्र शुभ्राशु अधिकारी ने विश्व स्तर पर अपने मेधा का डंका बजाकर मेडिकल व साइंस जगत में हलचल मचाया। जिसके फलस्वरूप फ्रंास के पेरिस में 24 से 26 अक्टूबर को आयोजित होने वाले न्यूरोलॉजी व न्यूरो डिस-ऑर्डर विषय पर अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रंस में व्याख्यान देने के लिए शुभ्राशु को न्योता भेजा गया। उक्त कॉन्फ्रेंस में वे स्मार्ट मोबाईल के जरिए शारीरिक कई रोगों को चिह्नित करने के बारे में अपने शोध प्रकरण और तथ्य पर आलोकपात करेंगे।

उल्लेखनीय है कि रायगंज के देवीनगर के रहनेवाले एक व्यवसायी का पुत्र शुभ्राशु अधिकारी दुर्गापुर के एक गैर सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज में कम्प्यूटर साइंस विभाग में चतुर्थ वर्ष का छात्र है। उन्होंने अपने शोध में अविष्कार किया कि स्मार्ट फोन को जेब में रखकर चलने के दरम्यान उत्पन्न विभिन्न लक्षण के माध्यम से पाँच-छह प्रकार के रोगों की पहचान की जा सकती है। यह शोध विषय व तथ्य यूरोप के डायनमिक टाइम ओरारपिंग अप्रोच फॉर ऑप्टिमाइज्ड लोकोमोटिव इम्पारमेंट यूजिंग बायोलॉजिकल सिग्नल प्रोसेसिंग नामक जर्नल में प्रकाशित हुआ। यूरोप के मेडिकल एलोएन्स जर्नल इस शोध तथ्य से अभिभूत होकर इस संदर्भ में विस्तार से जानने के लिए उत्साहित हुआ और इसके लिए शुभ्राशु को बतौर वक्ता आमंत्रित किया। इस संदर्भ में शुभ्राशु ने बताया कि स्मार्ट मोबाइल फोन को जेब में रखकर चलने पर शरीर के अंदर कई तरह के लक्षण बनने शुरू हो जाते, जिसे परखने से एक साथ पाँच-छह रोगों की पहचान की जा सकती है। यदि इसकी जानकारी सार्वजनिक की जाए तो स्मार्ट मोबाईल फोन यूजर्स को आसानी से इन बीमारियों का पता लग जाएगा और उपचार सहज हो जाएगा। उन्होंने दावा किया कि इससे पहले भी इस तरीके पर अनुसंधान हुआ है लेकिन एक साथ एक ही बीमारी को चिह्नित करना सीमित था। इस शोध में पूर्व की प्रक्रिया को विस्तार देने की कोशिश की गई है और आगे और कई बीमारियों के चिह्नितकरण करने का काम प्रगति पर है।

बताते चलें कि शुभ्राशु विगत साल जुलाई महीने में डेटा वाइज स्टोरेज हाई टेक्नोलॉजी का अविष्कार किया था, जिसे पेटेंट के लिए भेजा गया है। इसके जरिए 1 अंक के बाद 15 शून्य बैठाने से जो अंक बनेगा यानि एक लाख अरब गीगा बाइट (जी. बी.) उतना जीबी डाटा अपलोड किए जाने का दावा किया गया है। जानकारों की मानें तो इतने बड़े डेटा स्टोरेज की परिकल्पना भी आज तक किसी ने नहीं की है। यदि पेटेंट मिलने के बाद यह वास्तव में व्यवहार का हिस्सा बना तो तकनीकी की दुनिया में क्रातिकारी सिद्ध होगा। अपने बेटे के इस अद्भुत करतूत से गदगद पिता गोपाल चन्द्र अधिकारी ने कहा कि यह उसके लगन और महत्वाकाक्षी का नतीजा है। उसने अपनी मेहनत से जिस मुकाम को छुआ है, गर्व बोध हो रहा है।

रायगंज व्यावसायिक समिति ने भी शुभ्राशु को फूलों का गुलदस्ता और मिठाई देकर अभिनंदन किया। संगठन के सचिव अतनु बंधु लाहिड़ी ने कहा कि एक व्यावसायिक का लाल जब इतनी बड़ी ख्याति अर्जित करता है तो, यह पूरे वणिक समाज के लिए गर्व का विषय बन जाता है। कैप्शन : शुभ्राशु को अभिनंदन करते व्यावसायिक समिति के सचिव


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