स्वयंसेवी संस्था पर बच्चों को नकली टीका देने का आरोप
-अभिभावकों ने रायगंज थाने में दर्ज करायी प्राथमिकी संवाद सूत्ररायगंजएक स्वेच्छा सेवी संस्था
-अभिभावकों ने रायगंज थाने में दर्ज करायी प्राथमिकी
संवाद सूत्र,रायगंज:एक स्वेच्छा सेवी संस्था का परिचय देकर घर-घर जाकर बच्चों को शैशवकालीन नकली टीका देने का आरोप एक महिला के ऊपर लगाया गया है। इसको लेकर दो बच्चों के अभिभावकों ने रायगंज थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। सूत्रों के अनुसार रायगंज के देवीनगर की रहनेवाली सार्वनी सरकार नामक एक महिला कैरिटर्स परिसर स्थित वाई एम ए नामक स्वेच्छा सेवी संस्था में बच्चों को टीका देने का काम करती थी। उस पर स्वपना वर्मन और सुदीप्त चट्टोपाध्याय ने आरोप लगाया कि आरोपी महिला कोरोना के चलते घर में ही टीका देने की बात की और उसके घर में जाकर बच्चे को चार डोज टीका दी। लेकिन उसने कार्ड पर टीका के बारे में कोई ब्यौरा उल्लेख नहीं की। इस बीच जब वह फोन पर एक और बूस्टर डोज देने की बात कही तो उन्हें संदेह हुआ। जब वे इसके बारे में चिकित्सक से बात की तो अचंभित रह गई। वस्तुत: बच्चों को तीन ही डोज पड़ना चाहिए था, जबकि चार डोज दिया जा चुका था। जब इसके बारे में शिकायत करने कैरिटर्स पहुंचे तो संदेह यकीन में बदल गया। संस्था के अधिकर्ता तन्मय साहा ने कहा कि सार्वनी को दो महीने पहले हटा दिया गया है। यहाँ सिर्फ रविवार को दिन के 10 बजे से 1 बजे तक टीका दिया जाता है। घर घर जाकर टीका देने की उनकी कोई योजना नहीं है। यह सुनते ही बच्चों के अभिभावकों का माथा ठनका और वे सीधे रायगंज थाना पहुंचकर पार्थमिकी दर्ज करा दी। पुलिस मामले की छानबीन शुरू कर दी है। दोनों आरोपकर्ता ने बताया कि मोटी रकम के विनिमय में नकली टीका देने वालों का एक चक्र सक्रिय है, जिसके जाल में फंसकर बहुतो माता पिता ठगी का शिकार हो गए हैं। बात सिर्फ रुपयों की होती तो कोई बात नहीं थी, लेकिन यहाँ तो मामला बच्चों के सेहत को लेकर है। यदि नकली टीका दिया गया तो इसका क्या कुप्रभाव होगा, इसको लेकर वे काफी चिंतित हैं। कैप्शन : पुलिस को प्राथमिकी की प्रतिलिपि सौंपते अभिभावक