Bengal News: उत्तर दिनाजपुर में नाबालिग छात्रा की हत्या मामले ने पकड़ा तूल, सीबीआइ जांच की मांग
उत्तर दिनाजपुर में नाबालिग छात्रा की दुष्कर्म के बाद हत्या मामले ने तूल पकड़ लिया है। भाजपा मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है। इसे लेकर उसने एसपी कार्यालय के सामने भाजपा धरना प्रदर्शन भी किया।
सिलीगुड़ी, जागरण टीम। बिहार-बंगाल सीमा क्षेत्र में स्थित उत्तर दिनाजपुर जिले में दो दिन पहले हुई नाबालिग छात्रा की हत्या के मामले ने तूल पकड़ लिया है। कालियागंज का साहेबघाटा इलाका शनिवार को रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। यहां नाबालिग छात्रा की दुष्कर्म के बाद हत्या की जानकारी मिलते ही लोग आक्रोशित हो गए और विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।
आक्रोशित लोगों ने दुकानों में की तोड़फोड़
आक्रोशित लोगों ने दुकानों में तोड़फोड़ करना शुरू कर दिया। स्थिति बेकाबू होते देख पुलिस व सशस्त्र बल के जवानों ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। इसके बाद आक्रोशित भीड़ तितर-बितर हुई। शनिवार दोपहर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा.सुकांत मजूमदार के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल गंगुआ पहुंच कर मृतका के परिजनों से मिलकर लौटा, उसी के बाद इलाके में तनाव हो गया। आदिवासी लोग हाथों में तीर-धनुष और डंडा लेकर सड़कों पर उतर आए और सड़क जाम करने लगे। धीरे-धीरे यह विरोध प्रदर्शन हिंसात्मक हो गया।
पुलिस ने किया लाठीचार्ज
प्रदर्शनकारियों के एक दल ने बाजार में दुकानें बंद करानी शुरू कर दी और तोड़-फोड़ करते हुए उसमें आग लगाना शुरू कर दिया। जब पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो उन पर ईंट पत्थर फेंकने लगे। स्थिति को अनियंत्रित देख पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज एवं आंसू गैस के गोले छोड़े। इस मामले में दो लोगों की गिरफ्तार किया है। भाजपा ने अब इस पूरे मामले की सीबीआइ जांच की मांग की है।
तालाब से बरामद हुआ शव
तीन दिन पहले कालियागंज के मालगांव इलाके से नाबालिग छात्रा घर से लापता हो गई थी, इसके बाद दूसरे दिन शुक्रवार को उसका शव गांव के तालाब से बरामद हुआ। इससे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने रायगंज पुलिस एवं कालियागंज थानाध्यक्ष के खिलाफ राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग जाने की बात कही।
पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल
उत्तर दिनाजपुर में जिस नाबालिग आदिवासी लड़की का सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या करने का मामला सामने आया था, उसके शव को रखकर लोग प्रदर्शन कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस के दो से तीन जवान उस लड़की के मृत शरीर को वहां से घसीटते हुए ले जाते हैं, मौके पर मौजूद किसी ने इसका वीडियो बना लिया, ये वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो गया। अब पुलिसकर्मियों की इस कार्यशैली पर सवाल उठाए जा रहे हैं।