40 साल में 150 बार कर चुके हैं संतोष बेंगानी रक्तदान
विश्व रक्तदाता दिवस -रक्त की किल्लत पड़ने पर लोगों के मुंह और मोबाइल पर एक नाम संतोष बेंगान
विश्व रक्तदाता दिवस
-रक्त की किल्लत पड़ने पर लोगों के मुंह और मोबाइल पर एक नाम संतोष बेंगानी
-दिन रात रक्त संकट पड़ने पर पूर्ति करने के लिए मौजूद रहते है
-केवल अपना शहर ही नहीं, उत्तर व दक्षिण दिनाजपुर जिले की रक्त की आपूर्ति में देते है योगदान
सज्जन शर्मा, कालियागंज : मानव शरीर के भीतर का लाल रक्त का बड़ा महत्व है। यह किसी को जिंदगी दे सकता है। इसे लेकर लेकर कालियागंज निवासी संतोष बेंगानी कालियागंज सहित दिनाजपुर के दो जिलों में रक्त की आपूर्ति सुचारू रखने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं।
आज विश्व रक्तदाता दिवस है। विश्व रक्तदाता दिवस हर साल 14 जून को मनाया जाता है। यह विश्व रक्तदाता दिवस स्वेच्छा से और नि:शुल्क रक्तदान करनेवाले एवं लाखों लोगों की जान बचाने वालों का सम्मान करके दूसरों को रक्तदान करने के प्रति प्रेरित करने का है।
इस 14 जून का एक और महत्व है। यानी वैज्ञानिक कार्ल लैंडस्टीनर का जन्म आज ही के दिन 1868 में वियना में हुआ था। इस नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक ने रक्त के गु्रप ए, बी, ओ, एबी की खोज की थी।
आधुनिक चिकित्सा विज्ञान में व्यापक प्रगति के बावजूद, मानव निर्मित रक्त के विकल्प अभी तक नहीं खोजे जा सके हैं। इसलिए रक्त की आवश्यकता मानव शरीर के रक्त से पूरी होती है। इस रक्त की मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति स्वैच्छिक रक्तदान से होती है।
रक्तदान करने का शुभारंभ : कालियागंज के कालीबाड़ी रोड निवासी 60 वर्षीय संतोष बेंगानी सन्1982 से नियमित रूप से रक्तदान कर रहे हैं और दूसरों को रक्तदान करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। संतोष बेंगानी ने पिछले 40 वषरें में निस्वार्थ भाव से 150 से अधिक बार अपना रक्तदान कर चुके है। उसके अलावा विभिन्न राजनीतिक पार्टियों, क्लबो एवं विभिन्न संस्थाओं के माध्यम रक्तदान शिविर लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते आ रहे है। वहीं रात-दिन में किसी भी समय किसी को रक्त की जरूरत पडने पर यह रायगंज मेडिकल पहुच कर रक्त के जुगाड़ के लिए तत्परता से जुट जाते है।
कैप्शन : रक्तदाता संतोष बेंगानी।