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बच्ची को जन्म तो तीन साल पहले दिया था, ममता उड़ेलने का मौका अब मिला, आप भी जानिए कारण

इस मां का दुर्भाग्य देखिए, बच्ची को जन्म देने के बाद उसे ठीक से प्यार भी नहीं कर पाई कि उसे चुरा लिया गया। तीन साल बाद बच्ची मिली है तो मां कितनी खुश हुई, उसे व्यक्त नहीं कर सकते।

By Rajesh PatelEdited By: Published: Thu, 10 Jan 2019 09:54 AM (IST)Updated: Thu, 10 Jan 2019 09:54 AM (IST)
बच्ची को जन्म तो तीन साल पहले दिया था, ममता उड़ेलने का मौका अब मिला, आप भी जानिए कारण
बच्ची को जन्म तो तीन साल पहले दिया था, ममता उड़ेलने का मौका अब मिला, आप भी जानिए कारण
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  • बच्ची को गोद में लेकर खुशी से रोने लगी मां, पुलिस-प्रशासन को दिया धन्यवाद
  • बच्चा चोरी करने वाली आया गिरफ्तार, गिरोह का पर्दाफाश करने में जुटी पुलिस
  • 25 हजार में एक परिवार को बेची गई थी बच्ची, पूछताछ के लिए पांच दिनों की पुलिस रिमांड
  • दक्षिण दिनाजपुर के तपन थाना क्षेत्र से बरामद हुई बच्ची
  • अदालत के निर्देश पर माता-पिता को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने सौंपी बच्ची

मालदा [संवाद सूत्र]। करीब वर्ष पहले मालदा मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल से लापता नवजात शिशु कन्या को पुलिस ने अब बरामद कर अदालत के निर्देश पर चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने उसके माता-पिता को सौंप दिया। कमेटी की चेयरमैन चैताली सरकार की उपस्थिति में बच्ची को उसकी मां ने गोद में लिया तो उनकी आंखें झरना बन गईं। खुशी के आंसू रुकने का नाम ही नहीं ले रहे थे। कमोबेश यही स्थिति बच्ची के पिता की भी थी। इसके लिए बच्ची की मां सोनामणि किस्कू ने पुलिस-प्रशासन को धन्यवाद दिया है।
मेडिकल कॉलेज से बच्चा चोरी के मामले में इंग्लिश बाजार थाना की पुलिस ने जहां आरा नामक एक महिला को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार महिला फूलबाडिय़ा गांव की निवासी है। बच्चा चोरी गिरोह के बारे में विस्तार से जानने के लिए उसे पुलिस ने अदालत के माध्यम से पांच दिनों की रिमांड पर लिया है।
पुलिस व चाइल्ड वेलफेयर सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 12 फरवरी 2016 को मालदा मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल के शिशु विभाग से नवजात की चोरी की गई थी। तीन वर्षों तक मामले की जांच चलती रही। आखिर में दक्षिण दिनाजपुर जिले के तपन थाना क्षेत्र से गत तीन जनवरी को पुलिस ने उस बच्ची को बरामद किया। जांच के दौरान बच्चा चोरी मामले में जहां आरा का नाम सामने आया। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जहां आरा मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल में आया थी। वह शिशु विभाग के बच्चों की देखरेख का काम करती थी। मौका देख कर उसने बच्ची को चुरा लिया था। प्राथमिक पूछताछ में उसने बच्ची की चोरी की बात स्वीकारी है। उसने पुलिस को बताया कि 25 हजार रुपये में बच्ची को एक परिवार को बेच दिया था। पुलिस के अनुसार बच्चा चोरी में कोई बड़ा गिरोह शामिल है। जल्द उसका पर्दाफाश होगा।
बच्ची की मां सोनामणि किस्कू ने कहा कि उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा था कि उन्हें उनकी बच्ची वापस मिलेगी। चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की चेयरमैन चैताली सरकार ने कहा कि अदालत के निर्देश के तहत बच्ची को उसके माता-पिता के पास लौटा दिया गया है। 

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