गणतंत्र दिवस पर तृकां की गुटबाजी, अलग-अलग झंडा फहराया
कैचवर्ड : मनमुटाव संवाद सूत्र,मालदा: गणतंत्र दिवस पर भी तृणमूल की गुटबाजी बंद नहीं हुई। इस पावन दि
कैचवर्ड : मनमुटाव
संवाद सूत्र,मालदा: गणतंत्र दिवस पर भी तृणमूल की गुटबाजी बंद नहीं हुई। इस पावन दिवस पर भी 100 मीटर की दूरी पर तृणमूल के दो गुट अपने-अपने समर्थकों के साथ झंडा फहराते दिखे। एक ओर जिला तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष अब्दुल रहीम बक्शी और दूसरी ओर रतुआ के विधायक समर मुखोपाध्याय ने अलग-अलग 73 वां गणतंत्र दिवस मनाया।
रतुआ के एक नंबर ब्लॉक मोड़ के सामने मालदा के जिला तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष अब्दुल रहीम बक्शी ने तिरंगा फहराया। इस अवसर पर राष्ट्रीय कार्यक्रम व गीता संगीत प्रस्तुत किया गया। साथ ही ग्रामीण अस्पताल में रोगियों के बीच फल और मिठाई वितरित किया गया।
दूसरी ओर रतुआ के एक नंबर ब्लॉक के तृणमूल कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष फजलूल हक के नेतृत्व में रतुआ के हाटखोला चौधरी मोड़ इलाके में झंडा फहराया गया। शहर में एक झांकी भी निकाली गयी। उन्होंने बताया कि जिला अध्यक्ष अब्दुल रहीम बक्शी और चेयरमैन समर मुखोपाध्याय मेरी उपेक्षा करते है। पार्टी किसी की बपौती नहीं है। संगठन को लेकर चलना सबकी जिम्मेदारी है। आखिर कब तक अपनी कुर्सी की शक्ति दिखाएंगे। ये दोनों पार्टी में सुविधा भोगने के लिए आए है। हम मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सैनिक है। पार्टी जब बुरे दौर से गुजर रही थी, तब भी हम थे, आगे भी हम ही रहेंगे।
इस संबंध में मालदा जिला के तृणमूल कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अब्दुल रहीम बक्शी ने कहा कि कौन पार्टी के नाम से गणतंत्र दिवस मना रहा है, यह हम नहीं जानते। वहीं फजलूल हक ने बताया कि सभी ममता बनर्जी के सैनिक है। नया और पुराने कार्यकर्ता अलग-अलग नहीं है। सब एक है।
इस गुटबाजी को लेकर तृणमूल के जिला भाजपा नेता अम्लान भादुड़ी ने कहा कि पहले दिन से मालदा में तृणमूल की गुटबाजी देखी जा रही है। मुख्यमंत्री मालदा आकर भी इनकी गुटबाजी बंद नहीं करवा पायी। यह कोई नई चीज नहीं है। यहां के निवासी सब जानते है।
कैप्शन : 1.ध्वजारोहण करते तृणमूल नेता 2 .रैली निकालते तृणमूल नेता