Move to Jagran APP

करेंसी नोट को लेकर व्यवसायियों में दहशत, कोरोना संक्रमण की आशंका

संवाद सूत्ररायगंज कोरोना के संदर्भ में करेंसी नोट को लेकर फैले भ्रातिया को दूर करने के लि

By JagranEdited By: Published: Sat, 13 Jun 2020 08:09 PM (IST)Updated: Sun, 14 Jun 2020 06:12 AM (IST)
करेंसी नोट को लेकर व्यवसायियों में दहशत, कोरोना संक्रमण की आशंका
करेंसी नोट को लेकर व्यवसायियों में दहशत, कोरोना संक्रमण की आशंका

संवाद सूत्र,रायगंज: कोरोना के संदर्भ में करेंसी नोट को लेकर फैले भ्रातिया को दूर करने के लिए पश्चिम दिनाजपुर चेम्बर ऑफ कॉमर्स की ओर से आर बी आई के रीजनल गवर्नर, कोलकाता क्षेत्र, को पत्र लिखकर स्पष्ट निर्देशिका जारी करने की माग की गई है। उक्त व्यावसायिक संगठन के महासचिव शकर कुंडू हस्ताक्षरित पत्र रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के कोलकाता रीजन के रीजनल गवर्नर को लिखा गया, जिसमें उल्लेख है कि संगठन के संज्ञान में आया है कि करेंसी नोट के जरिए कोरोना वायरस के संक्रमण की प्रबल संभावना रहती है। लॉक डाउन के चलते पहले ही व्यापरियों का कमर टूट चुका है, इसके उपरात इस अपवाह ने एक नई मुसीबत खड़ी कर रही है। इस तरह के वीडियो भी वायरल हुए है कि एक व्यक्ति अपने नाक का पोंटा व थूक नोट में लगाकर कोरोना फैलाने की धमकी दे रहा था। अब ऐसे नोट सर्कुलेट हुए होंगे, तो क्या होगा? वैसे भी उत्तर दिनाजपुर में कोरोना से सबसे ज्यादा कहर बरपा रहा है। उत्तर बंगाल का हॉट स्पॉट जिला बन गया है उत्तर दिनाजपुर। ग्राहक एवं उपभोक्ताओं के मन में बैठी इन भ्रातियों को दूर करने का उनके पास न तो कोई उपाय है और न ही कोई सफाई उनकी समझ में है। क्योंकि करेंसी नोटों का न तो सैनीटाइज किया जा सकता है, न ही उसे धोया जा सकता है और न ही करेंसी नोट के व्यावहार के बिना व्यापार किया जा सकता है। इस समस्या को लेकर व्यावसायिक महल काफी हतोत्साह और विवश बोध कर रहे है। इसलिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यदि इस सन्दर्भ में एक स्पष्टीकरण टिप्पणी के साथ निर्देशिका जारी करे तो इस समस्या का समाधान संभव हो पाएगा। इस सन्दर्भ में शकर कुंडू ने कहा कि उक्त मुद्दा भ्राति है या हकीकत, इसका खुलासा करने के लिए व्यापरियों के पास कोई तथ्य उपलब्ध नहीं है। यदि वास्तव में करेंसी नोट इस महामारी फैलाने वाले वायरस का संवाहक है तो इसका निदान क्या है, इस को लेकर ग्राहकों के मन में व्याप्त यह संशय वाणिज्य व्यापार पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है। इसका वास्तविक निवारण रिजर्व बैंक ही कर सकता है, इसलिए उनके हस्तक्षेप की माग की गई है।

loksabha election banner

कैप्शन: भारतीय नोट


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.