नवान्न में तैनात महिला IAS अधिकारी कोरोना की चपेट में, राज्यपाल बोले-बढ़ते केस चिंताजनक
राज्य सचिवालय नवान्न में तैनात एक महिला आइएएस अधिकारी भी कोरोना की चपेट में आ गई हैं। बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने गुरुवार को राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : राज्य सचिवालय नवान्न में तैनात एक महिला आइएएस अधिकारी भी कोरोना की चपेट में आ गई हैं। वह राज्य के भूमि सुधार व राजस्व विभाग में संयुक्त सचिव हैं। उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। महिला अधिकारी का नाम शमा परवीन बताया गया है। बताया जा रहा है कि वह पिछले दिनों छुट्टी पड़ गई थी। इसके बाद बीते शुक्रवार को उन्होंने ज्वाइन किया। एक दिन बाद ही शनिवार को वह बुखार से पीड़ित हो गई। इसके बाद जांच में उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इधर, इस घटना के बाद उनके चेंबर को सील कर दिया गया है। साथ ही उनके कार्यालय व आसपास के इलाके को सैनिटाइज किया गया है। वह नवान्न के छठे तले पर 608 नंबर रूम में बैठती थी। इसके साथ ही महिला अधिकारी के संपर्क में आने वाले कर्मियों व अन्य लोगों को क्वारंटाइन किया गया है।
दूसरी ओर, कोलकाता में स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कॉलरा एंड एंटरिक डिजीज (नाइसेड) की निदेशक शांता दत्ता जो कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी उनकी तबीयत काफी बिगड़ने के बाद उन्हें कोलकाता के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वह बेलियाघाटा आईडी अस्पताल में भर्ती थी। बताया जाता है कि कोरोना के साथ वह निमोनिया से भी पीड़ित हैं। सांस लेने में काफी तकलीफ के बाद उन्हें निजी अस्पताल में स्थानांतरित किया गया है।
बंगाल में कोरोना वायरस के बढ़ते मामले चिंताजनक : राज्यपाल
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने गुरुवार को राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों पर अपनी चिंता जाहिर की। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि राज्य में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। उन्होंने मई व जून में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या और इससे मरने वाले लोगों का आंकड़ा भी पेश किया। राज्यपाल ने कहा कि 31 मई तक राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 5501 थी, जो 30 जून तक बढ़कर 18,551 हो गई है। वहीं, कोविड-19 की वजह से मरने वालों की संख्या 31 मई तक 245 थी, जो 30 जून तक 668 हो गई है। उन्होंने एक बार फिर सवाल किया कि आखिर राज्य सरकार कोरोना के लंबित जांच रिपोर्ट का आंकड़ा क्यों छिपा रही है। अगर ऐसा ही रहा तो परिस्थिति और बिगड़ने की संभावना है। राज्यपाल ने लोगों से शारीरिक दूरी के नियमों का शत फीसद पालन करने की भी अपील की।