10 साल का बेटा बोला-'मां साथ रहेगी तो मैं कहीं भी रह लूंगा' पिता ने पत्नी-सास की हत्या कर दे दी थी जान
चाइल्ड केयर संस्था की कस्टडी में कोलकाता के चार्टर्ड अकाउंटेंट दंपती अमित अग्रवाल और शिल्पी अग्रवाल के दस वर्षीय बेटे को अभी भी पता नहीं है कि उसकी मां अब नहीं आयेगी।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : चाइल्ड केयर संस्था की कस्टडी में कोलकाता के चार्टर्ड अकाउंटेंट दंपती अमित अग्रवाल और शिल्पी अग्रवाल के दस वर्षीय बेटे को अभी भी पता नहीं है कि उसकी मां अब नहीं आयेगी। वह बार-बार अपनी मां के बारे में पूछ रहा है।उसे बताया गया है कि उसकी मां बेंगलुरु लौट गयी है। जब बच्चे से पूछा गया कि वह किसके साथ रहेगा, चाचा के साथ या मामा के साथ तो उसने कहा कि मां साथ रहेगी तो वह कहीं भी रह लेगा। बताते चलें कि पिछले दिनों अमित अग्रवाल ने अपनी पत्नी तथा सास की हत्या करने के बाद खुदकुशी कर ली थी।
रिश्तेदारों के मुताबिक, अमित कभी भी शिल्पी की प्रगति देखकर खुश नहीं था और उससे जलता था।शिल्पा और अमित की मुलाकात सीए की कोचिंग के दौरान हुई। दो साल तक दोनों रिलेशनशिप में रहे और 2006 में शादी कर ली।बाद में दोनों बेंगलुरु में रहने लगे और अच्छी-खासी नौकरी करने लगे। रिश्तेदारों ने बताया अमित कई नौकरियां बदल चुका था और वह विदेश में जाकर बसना चाहता था। उसे ऑस्ट्रेलिया में नौकरी मिली थी लेकिन शिल्पी ने वहां जाने से इनकार कर दिया। कोलकाता पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि अमित पितृसत्ता में विश्वास करता था और शिल्पी के करियर से उसे ईर्ष्या भी थी। वह हमेशा शिल्पी को पीछे छोड़ने में लगा रहता था। शिल्पी ने अपना रिश्ता बचाने के लिए कुछ सालों तक नौकरी भी छोड़ दी थी।
हाल में जब दोनों के रिश्ते खराब हुए तो शिल्पी ने फिर से काम शुरू कर दिया था। साल 2018 से दोनों ने अलग रहना शुरू कर दिया था।उनका बेटा शिल्पी के साथ रहता था। पुलिस को जांच में उसके पास से एक 67 पेज का सुसाइड नोट मिला है। इस सुसाइड नोट में उसने विस्तार से अपने जीवन में चल रही उथल-पुथल को बताया और उसके लिए अपनी पत्नी और ससुरालवालों को जिम्मेदार ठहराया है।