West Bengal Assembly Election 2021: अब बंगाल में कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन छेड़ेंगे राकेश टिकैत
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ अब बंगाल में आंदोलन छेडऩे जा रहे हैं। टिकैत शनिवार को बंगाल आएंगे। वे कोलकाता व नंदीग्राम का दौरा करेंगे। टिकैत कोलकाता में शनिवार को प्रेस वार्ता के साथ-साथ एक रैली में भी शामिल होंगे।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ अब बंगाल में आंदोलन छेड़ेंगे। टिकैत शनिवार को बंगाल आएंगे। वह कोलकाता व नंदीग्राम का दौरा करेंगे। वहीं दूसरी ओर विभिन्न किसान संघों के संगठन संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने शुक्रवार को कोलकाता में प्रेस वार्ता कर कृषि कानूनों का विरोध किया।
जानकारी के मुताबिक टिकैत कोलकाता में शनिवार को प्रेसवार्ता के साथ-साथ एक रैली में भी शामिल होंगे। नंदीग्राम में भी वह एक सभा को संबोधित करेंगे। वह किसानों के साथ भी बातचीत करेंगे। इधर विभिन्न किसान संघों के संगठन संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता की।
एसकेएम नेता योगेंद्र यादव ने संवाददाताओं से कहा कि हम किसी भी पार्टी का समर्थन नहीं कर रहे हैं या लोगों से यह नहीं कर रहे हैं वे किसे वोट दें लेकिन हमारी एकमात्र अपील है कि भाजपा को सबक सिखाया जाए। एसकेएम ने एक पत्र भी जारी किया जिसमें राज्य के किसानों से भाजपा को वोट नहीं देने का आग्रह किया गया है। मोर्चा ने पत्र में कहा कि चुनाव में हार से केंद्र सरकार कृषि कानूनों को रद करने के लिए मजबूर होगी। सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर ने भाजपा पर देश कुछ कॉरपोरेटों को बेचने की कोशिश करने का आरोप लगाया और लोगों से अपने मताधिकार का प्रयोग सावधानीपूर्वक करने का आग्रह किया।
किसानों के आंदोलन को अपमानित करने के लिए केंद्र की निंदा करते हुए पाटकर ने आरोप लगाया कि ब्रिटिश शासकों ने भी ऐसे कृत्यों का सहारा नहीं लिया जैसा वर्तमान सरकार कर रही है। उन्होंने बंगाल विधानसभा में कृषि कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव पारित किए जाने का स्वागत किया।