West Bengal : आखिरकार सीबीआइ के समक्ष पेश हुआ कोयला तस्करी का किंगपिन
कार्रवाई चार महीने से फरार अनूप माजी उर्फ लाला कोलकाता स्थित सीबीआइ दफ्तर पहुंचा। जांच अधिकारियों ने की मैराथन पूछताछ। बहुत से सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। सीबीआइ लाला के दफ्तर और ठिकानों पर कर चुकी है छापेमारी।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल के कोयलांचल क्षेत्रों में कोयले के खनन और तस्करी के हजारों करोड़ रुपये के अवैध कारोबार के सरगना अनूप माजी उर्फ लाला आखिरकार सीबीआइ के समक्ष पेश हुआ। जांच एजेंसी ने गत शनिवार को उसे नोटिस देकर मंगलवार को पूछताछ के लिए हाजिर होने को कहा था। अनूप माजी उर्फ लाला मंगलवार सुबह जांच एजेंसी के कोलकाता के निजाम पैलेस स्थित दफ्तर में पहुंचा। जांच अधिकारियों ने उससे मैराथन पूछताछ की। सूत्रों के मुताबिक अधिकारियों ने पहले से ही सवालों की लंबी सूची तैयार कर रखी थी। हालांकि बहुत सवालों का लाला संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। सीबीआइ के सूत्रों ने बताया है कि अगर वह पूछताछ में सहयोग नहीं करेगा तो बहुत हद तक संभव है कि उसकी गिरफ्तारी भी की जाए। हालांकि इधर सुप्रीम कोर्ट ने छह अप्रैल तक उसकी गिरफ्तारी पर रोक लगा रखी है।
सीबीआइ लाला के दफ्तर और ठिकानों पर कर चुकी है छापेमारी
-इसके पहले आसनसोल, रानीगंज और कोलकाता स्थित माजी के दफ्तर और ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। वह फरार चल रहा था, जिसके बाद केंद्रीय एजेंसियों ने उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। फिर भी जांच एजेंसियों को चकमा देकर वह लगातार छिपता फिर रहा था। इसकी वजह से उसकी संपत्ति कुर्क करने की प्रक्रिया शुरू की गई थी। सीबीआइ के एंटी करप्शन ब्रांच ने मंगलवार को लाला को हाजिर होने के लिए कहा था। हालांकि इसके पहले भी कई बार सीबीआइ ने लाला को नोटिस दिया था लेकिन वह चार महीनों से हाजिर नहीं हो रहा था। बताते चलें कि सीबीआइ ने लाला के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया है।
कोयला तस्करी मामले में ममता की बहू से भी हो चुकी है पूछताछ
-गौरतलब है कि कोयला तस्करी मामले में सीबीआइ बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे सांसद अभिषेक बनर्जी की पत्नी रूजिरा बनर्जी के साथ-साथ उनकी बहन मेनका गंभीर (अभिषेक की साली) के पति अंकुश अरोड़ा और ससुर पंकज अरोड़ा से पूछताछ कर चुकी है। सीबीआइ ने पिछले साल नवंबर में गिरोह के कथित सरगना लाला, ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड के महाप्रबंधक अमित कुमार धर और जयेश चंद्र राय, ईसीएल के सुरक्षा प्रमुख तन्मय दास, क्षेत्रीय सुरक्षा निरीक्षक कुनुस्तोरिया रंजय राय और एसएसआइ एवं कजोरा क्षेत्र के सुरक्षा प्रभारी देबाशीष मुखर्जी के खिलाफ मामला दर्ज किया था।