वोट बैंक के लिए बांग्लादेशी घुसपैठियों को वोटर लिस्ट में शामिल करा रही तृणमूल : प्रदेश भाजपा अध्यक्ष
सांसद दिलीप घोष ने मंगलवार को आरोप लगाया है कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस बांग्लादेशी घुसपैठियों को मतदाता सूची में शामिल करा रही है ताकि उसका वोट बैंक बढ़े।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व सांसद दिलीप घोष ने मंगलवार को आरोप लगाया है कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस बांग्लादेशी घुसपैठियों को मतदाता सूची में शामिल करा रही है ताकि उसका वोट बैंक बढ़े। उन्होंने कहा कि बंगाल सरकार ने ना केवल बांग्लादेशी घुसपैठियों बल्कि रोहिंग्या मुस्लिमों को भी मतदाता सूची में शामिल किया है। जनसंघ के संस्थापक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद प्रदेश भाजपा मुख्यालय के समक्ष मीडिया से मुखातिब दिलीप घोष ने कहा कि डॉक्टर मुखर्जी का सपना था अखंड भारत, लेकिन इसी अखंड भारत में बंगाल की सत्ता पर काबिज लोग बांग्लादेशियों व रोहिंग्याओं का घुसपैठ करवा रहे हैं ताकि सत्ता पर काबिज रहें।
घोष ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार बांग्लादेश की सीमा पर तार का बाड़ लगाना चाहती है, लेकिन ममता बनर्जी की सरकार मदद नहीं कर रही है। बंगाल एकमात्र ऐसा राज्य है जहां करीब एक हजार किलोमीटर सीमा रेखा अभी भी बाड़ लगने से वंचित है। उन्होंने कहा कि पहले माकपा सरकार ने बाड़ नहीं लगाने दिया था और अब तृणमूल सरकार इसके लिए जमीन नहीं दे रही है। घोष ने कहा कि जिस तरह से श्यामा प्रसाद मुखर्जी जम्मू-कश्मीर में देश के लिए बलिदान हो गए थे, उसी तरह से बंगाल में 104 भाजपा कार्यकर्ता भी बलिदान हुए हैं। बंगाल में राजनीतिक परिवर्तन के साथ चौतरफा परिवर्तन भाजपा करेगी।
बंगाल को भाजपा सोनार बांग्ला बनाएगी। उन्होंने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने बंगाल को भारत के साथ रखने के लिए जम्मू-कश्मीर में जाकर अपना बलिदान दे दिया, लेकिन आज बंगाल में बैठे लोग उन्हीं पर सवाल खड़ा करते हैं। ऐसे लोग हैं जो कभी भी बंगाल से बाहर नहीं निकले और देश के लिए कभी भी संघर्ष नहीं किया। उन्होंने कहा कि देश बंटवारे के बाद जो भी गैर मुस्लिम लोग भारत में आए, उन्हें सरकार ने आज तक कुछ नहीं दिया, लेकिन भाजपा की सरकार ने उन्हें नागरिकता देकर गौरवान्वित किया है।
-----------------------------------
दिलीप घोष का फिर विवादित बयान, कहा- तृणमूल को हिंसा का जवाब हिंसा से देगी भाजपा
कोलकाता: प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने मंगलवार को एक बार फिर विवादित बयान देते हुए कहा कि उनकी पार्टी राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस का मुकाबला करने के लिए वही रणनीति अपनाएगी जो हिंसा का सहारा तृणमूल ले रही है। उन्होंने पिछले दिनों सोशल मीडिया पर जारी 'बदला भी होगा बदलाव भी होगा' नारे पर कायम रहते हुए कहा कि हम उसी की भाषा में जवाब देंगे। दरअसल इस नारे को लेकर काफी विवाद हुआ था। घोष ने कहा था कि अगर वे (तृणमूल) तलवारें उठाते हैं, तो हम भी तलवारें उठाएंगे। यदि वे चाकू से लड़ते हैं, तो हम भी चाकू से लड़ेंगे। घोष ने यहां पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि पिछले कुछ वर्षों में बंगाल में विभिन्न राजनीतिक संघर्षों में 104 भाजपा कार्यकर्ता मारे गए हैं। हम उन्हें उसी की भाषा में जवाब देंगे।
उन्होंने कहा, 'वे (तृणमूल कांग्रेस) पुलिस बलों की मदद से हमें नहीं रोक पाएंगें।' घोष ने कहा कि उनकी पार्टी के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है और बंगाल में राजनीतिक परिवर्तन में बस कुछ ही समय बाकी है। उन्होंने कहा कि भाजपा हिंसा और बदले में विश्वास नहीं करती, लेकिन अगर किसी को लगता है कि वे हमें दबा सकते हैं और हमारे समर्थकों को इस तरह मार सकते हैं, तो हम उनकी हिंसा की भाषा में उनका मुकाबला करने के लिए तैयार हैं। हम कायर नहीं हैं। हम उन्हें ब्याज सहित सब कुछ वापस कर देंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा भी ऐसा ही करती है। इस बीच, बंगाल पुलिस ने घोष और अन्य भाजपा नेताओं के खिलाफ 20 जून को पार्टी के सुभाष नगर कार्यालय में एकत्रित होने के लिए एफआइआर दर्ज की है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अन्य पार्टी सदस्यों के साथ पश्चिम मेदिनीपुर के दांतन इलाके में भाजपा कार्यकर्ता की कथित तौर पर हत्या के विरोध में यहां इकट्ठा हुए थे। घोष ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस एफआइआर दर्ज करके हमें रोक नहीं पाएगी।
उन्होंने पूरे बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ 29,000 से अधिक मामले दर्ज किए हैं। इधर, घोष की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा कि बंगाल के लोग हिंसा की राजनीति में विश्वास नहीं करते हैं लेकिन भाजपा इसकी कोशिश कर रही है। हकीम ने भाजपा को सांप्रदायिक पार्टी करार देते हुए कहा, "लोग उन्हें (भाजपा) को खारिज कर देंगे। हिंसा और अलगाववाद की राजनीति पश्चिम बंगाल में काम नहीं करती है।