West Bengal Politics : ममता की दहाड़, जबतक जीवित हूं, बंगाल की रॉयल टाइगर की तरह रहूंगी
प्रहार ममता ने मोदी सरकार पर जमकर किया प्रहार। कहा हम बंगाल में सीएए एनआरसी व एनपीआर की अनुमति नहीं देंगे। केंद्र सरकार पर लॉकडाउन के दौरान श्रमिकों की अनदेखी का आरोप लगाया। भ्रष्ट नेता चले अच्छा हुआ सबक मिला। पीएम पर झूठ बोलने का लगाया आरोप।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस व भाजपा के बीच जुबानी जंग तेज है। इसी कड़ी में राज्य की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने मंगलवार को केंद्र पर एक बार फिर करारा हमला बोला। ममता ने हुंकार भरते हुए कहा कि जब तक मैं जिंदा हूं, मैं बंगाल की रॉयल टाइगर की तरह रहूंगी। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि केंद्र व भाजपा उनके खिलाफ चाहे कोई भी साजिश कर ले मैं किसी के सामने झुकने वाली नहीं हूं। ममता ने जोर देकर कहा कि जब तक जीवित हूं, बंगाल की रॉयल टाइगर की तरह रहूंगी। ममता ने इसके साथ ही कहा कि हम बंगाल में कभी सीएए, एनआरसी व एनपीआर की अनुमति नहीं देंगे।
प्रवासी श्रमिकों की अनदेखी का भी आरोप
उन्होंने कहा कि यही वजह है कि वे मेरे खिलाफ हैं। ममता ने इस दिन दो चुनावी रैलियों को संबोधित किया। पहले पूर्व बद्र्धमान जिले के कालना में रैली को संबोधित करते हुए ममता ने केंद्र सरकार पर लॉकडाउन के दौरान प्रवासी श्रमिकों की अनदेखी का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जब प्रवासी श्रमिक मर रहे थे तो उन्हें बस तक मुहैया नहीं कराई गई जबकि तृणमूल का साथ छोडऩे वाले नेताओं को चार्टर्ड प्लेन भेजा गया। ममता ने कहा कि आज यूपी, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान में किसान आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन बंगाल में किसान खुश है। तृणमूल प्रमुख ने कहा कि नोटबंदी, घरबंदी करके लोगों को घर में नहीं रखा जा सकता है। बैलेट बॉक्स का इस्तेमाल करें।
भ्रष्ट नेता चले, अच्छा हुआ सबक मिला
वहीं, चुनाव से पहले तृणमूल का दामन छोडऩे वाले नेताओं पर भी ममता बरसीं। उन्होंने कहा जो भ्रष्टाचार में संलिप्त थे वो छोड़कर चले गए। मैं खुश हूं। ममता ने कहा, हम प्लासी की लड़ाई के बाद मीर जाफर जैसे गद्दारों को नहीं भूले हैं...। हमें कभी भी गद्दारों को नहीं भूलना चाहिए। आप सभी को उन्हें सबक सिखाना चाहिए। ममता ने कहा, अब त्रिपुरा के लोग पछता रहे हैं कि उन्होंने भाजपा को वोट क्यों दिया। वे (भाजपा नेता) हमारी संस्कृति को नहीं जानते। उन्होंने विवेकानंद को ठाकुर कहा। वे कहते हैं कि टैगोर शांतिनिकेतन में पैदा हुए थे।
पीएम पर झूठ बोलने का लगाया आरोप
ममता ने पीएम पर झूठ बोलने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, क्या आपने कभी पीएम को झूठ बोलते सुना है, लेकिन एक पीएम झूठ बोल रहे हैं। पीएम ने कहा है कि राज्य सरकार के कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल रहा है। मोदी बाबू मुझे दिखाइए कि राज्य सरकार के किस कर्मचारी को वेतन नहीं मिला है। आपको इसका भी जवाब देना चाहिए कि आप बीएसएनएल, रेल क्यों बेच रहे हैं। गौरतलब है कि हल्दिया में रविवार को रैली के दौरान पीएम ने यह आरोप लगाया था। इसी को लेकर ममता ने पलटवार किया।
मैं डरने वालों में से नहीं हूं
ममता ने आगे कहा कि बंगाल में महिलाओं को जो सुरक्षा और सम्मान मिलता है, वह भाजपा शासित यूपी में नहीं है। देखिए यूपी, गुजरात का हाल देख लीजिए। वे आपको डराएंगे, लेकिन डरना नहीं है। मैं डरने वालों में से नहीं हूं।
ओवैसी पर ममता ने बोला हमला
वहीं, मुर्शिदाबाद में रैली के दौरान ममता ने बिना नाम लिए एआइएमआइएम प्रमुख व हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा सांप्रदायिक संघर्ष पैदा करने के लिए कुछ मुस्लिम संगठन भेजे हैं। अगर आप उन्हें वोट देते हैं तो इससे भाजपा को फायदा होगा। कांग्रेस बोलती है लेकिन वो भाजपा से नहीं लड़ सकती। वे उनसे लड़ना नहीं चाहेंगे। माकपा भी भाजपा की दोस्त है। केवल तृणमूल ही भाजपा का मुकाबला कर सकती है। ममता ने कहा कि मुर्शिदाबाद, मालदा इस बार सरकार बनाने में एक बड़ी भूमिका निभाएगा।