West Bengal Politics: दिलीप घोष का ममता बनर्जी पर निशाना, कहा- 'टीएमसी राष्ट्रीय राजनीति में नहीं होगी सफल'
बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर मंगलवार को निशाना साधते हुए कहा कि ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी राष्ट्रीय राजनीति में कभी सफल नहीं होगी। किया कटाक्ष- ममता अपने स्वयं के राजनीतिक भाग्य को उबारने के लिए अन्य दलों का समर्थन मांग रही है
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर मंगलवार को निशाना साधते हुए कहा कि ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी राष्ट्रीय राजनीति में कभी सफल नहीं होगी। घोष का यह बयान तब आया जब टीएमसी बंगाल विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर 21 जुलाई को शहीद दिवस पर अपने सबसे बड़े वार्षिक कार्यक्रम के जरिए राष्ट्रीय राजनीति में कदम बढ़ाने की तैयारी में जुटी है।
इसके मद्देनजर पहली बार ममता बनर्जी के भाषण का बंगाल से बाहर विभिन्न राज्यों में प्रसारण भी किया जाएगा।इधर, घोष का कहना है कि 2019 के आम चुनाव में भी टीएमसी राष्ट्रीय मोर्चा बनाने के पहले प्रयास में विफल हो गई थी, क्योंकि भाजपा को और भी अधिक बहुमत के साथ फिर से चुना गया था। टीएमसी पर कटाक्ष करते हुए, मेदिनीपुर के सांसद घोष ने दावा किया कि वह (ममता) अपने स्वयं के राजनीतिक भाग्य को उबारने के लिए अन्य दलों का समर्थन मांग रही है।
घोष ने कहा, "2014 में, उन्होंने (ममता बनर्जी) अन्य नेताओं को एकजुट करने की कोशिश की। 2016 में भी उन्होंने कोशिश की। 2019 में, उन्होंने अन्य सभी दलों के नेताओं को कोलकाता बुलाया, उन्हें मछली चावल खिलाया। एक बड़ी रैली आयोजित की और 'मोदी हटाओ, देश बचाओ' का नारा दिया। उसके बाद मोदी का समर्थन 282 से बढ़कर 303 सीटों पर पहुंच गया। जिनके पास आधार नहीं है वो देश को कैसे आगे बढ़ाएंगे।"
घोष ने कहा, "उन्होंने (ममता) नागालैंड, मेघालय, त्रिपुरा, असम, झारखंड सहित कई राज्यों में कोशिश की। इनमें से किसी भी राज्य में टीएमसी की कोई मौजूदगी नहीं है।"
विस्तार की कवायद में टीएमसी
उल्लेखनीय है कि बंगाल विधानसभा चुनाव में टीएमसी ने 213 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि भाजपा 77 सीटों पर ही जीत हासिल कर सकी। अपनी लगातार तीसरी जीत से उत्साहित टीएमसी 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए ममता बनर्जी को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश करने पर विचार कर रही है। इसके मद्देनजर टीएमसी बंगाल के बाहर पार्टी के विस्तार की कवायद में जुटी है।