Move to Jagran APP

West Bengal Politics : भाजपा सांसद का बड़ा दावा-बंगाल में दिसंबर तक राष्ट्रपति शासन लग जाएगा, तृणमूल का पलटवार

West Bengal Politics बंगाल भाजपा युवा मोर्चा के प्रमुख और सांसद सौमित्र खान ने बड़ा दावा करते हुए कहा राज्य में कानून- व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से ढह गई है। तृणमूल ने कहा-उत्तर प्रदेश और गुजरात की तरफ देखें भाजपा नेता।

By Vijay KumarEdited By: Published: Wed, 21 Oct 2020 09:15 PM (IST)Updated: Wed, 21 Oct 2020 09:15 PM (IST)
West Bengal Politics : भाजपा सांसद का बड़ा दावा-बंगाल में दिसंबर तक राष्ट्रपति शासन लग जाएगा, तृणमूल का पलटवार
राजनीतिक पार्टी के नेता राष्ट्रपति शासन की मांग कर सकते हैं।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल भाजपा युवा मोर्चा के प्रमुख और सांसद सौमित्र खान ने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि तृणमूल कांग्रेस के शासन में राज्य की कानून-व्यवस्था पूरी तरह ढह गई है और राज्य में दिसंबर तक राष्ट्रपति शासन लग जाएगा। खान ने राज्य में भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या को लेकर ममता बनर्जी सरकार को चेतावनी भी दी। इधर, उनके इस बयान पर तृणमूल कांग्रेस ने पलटवार करते हुए दावा किया कि भाजपा शासित उत्तर प्रदेश और गुजरात में कानून का शासन अस्तित्व में ही नहीं है और भगवा दल के नेताओं को इन राज्यों पर ध्यान देना चाहिए।

loksabha election banner

इस साल दिसंबर तक राज्य में राष्ट्रपति शासन लग जाएगा

बांकुड़ा जिले में मंगलवार रात पार्टी के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विष्णुपुर से सांसद खान ने कहा, 'राज्य में कानून- व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से ढह गई है। भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या रोज का मामला हो गया है। मैं आप सबको आश्वस्त करना चाहता हूं कि इस साल दिसंबर तक राज्य में राष्ट्रपति शासन लग जाएगा।' उनके भाषण का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।

भाजपा को अपना ध्यान गुजरात और उत्तर प्रदेश पर लगाए 

खान की टिप्पणी से पहले, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और केंद्रीय मंत्री बाबूल सुप्रियो ने भी बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की थी। खान के बयान पर तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद सौगत राय ने कहा कि भाजपा को अपना ध्यान गुजरात और उत्तर प्रदेश पर लगाना चाहिए जहां कानून के शासन का अस्तित्व ही नहीं है।

वाममोर्चे के शासन काल से बेहतर कानून एवं व्यवस्था स्थिति

उन्होंने कहा, 'भाजपा, सरकार को बदनाम करने के लिए कानून एवं व्यवस्था का मुद्दा उठाने की कोशिश कर रही है। राज्य में वाममोर्चे के शासन काल से बेहतर कानून एवं व्यवस्था की स्थिति है।' बताते चलें कि एक निजी समाचार चैनल को शनिवार को दिए साक्षात्कार में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी कहा था कि बंगाल में कानून- व्यवस्था की स्थिति ठीक नहीं है।

राजनीतिक पार्टी के नेता राष्ट्रपति शासन की मांग कर सकते हैं 

उनसे जब राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की भाजपा नेताओं की मांग के बारे में पूछा गया तो शाह ने कहा कि राजनीतिक पार्टी के नेता राष्ट्रपति शासन की मांग कर सकते हैं लेकिन भारत सरकार संवैधानिक नियमों, जमीनी हालात और राज्यपाल की रिपोर्ट के आधार पर काम करती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.