West Bengal Crime : बंगाल में पत्नी-बेटे के साथ आरपीएफ जवान ने खुद को भी आग लगाकर दी जान
नृशंस - जान बचाकर भागी 11 साल की बेटी ने सुनाई आपबीती। बंगाल के पूर्व बर्धमान जिले की घटना। इस घटना से इलाके के लोग स्तब्ध हैं। घटना के पीछे की वजह अभी तक साफ नहीं हो पाई है कि आखिर आरपीएफ जवान ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल के पूर्व बर्धमान जिले में रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के एक जवान ने अपनी पत्नी और चार साल के बेटे समेत खुद को आग के हवाले कर दिया। इस घटना में तीनों की मौत हो गई, जबकि उसकी एक 11 साल की बेटी बच गई। आग लगने से पहले वह भागने में कामयाब हो गई थी।
यह घटना जिले के मंतेश्वर थाना अंतर्गत मिस्त्रीपारा गांव में सोमवार व मंगलवार की मध्य रात्रि में घटी। इस घटना से इलाके के लोग स्तब्ध हैं। घटना के पीछे की वजह अभी तक साफ नहीं हो पाई है कि आखिर आरपीएफ जवान ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया।
मिट्टी का तेल डाला और उन्हें आग लगा दी
वहीं, खुद की जान बचाकर भागने में कामयाब हुई लड़की ने पुलिस को बताया कि उसके पिता 38 वर्षीय सुदेव चंद्र दे ने उसे रात लगभग 1 बजे जगाया और उसे बताया कि परिवार के सभी सदस्य एक साथ मर जाएंगे। लड़की की माने तो उसके पिता ने खुद पर, उसकी मां रेखा और उसके भाई स्नेहनशु (7) पर मिट्टी का तेल डाला और उन्हें आग लगा दी। वह डर गई और भागने में सफल हो गई।
परिजन पहुंचे तो घर में जले हुए शव मिले
रात करीब 3 बजे लड़की ने एक रिश्तेदार को फोन किया और घटना के बारे में पूरी सूचना दी। इसके बाद परिजन उनके घर पहुंचे और एक कमरे में जले हुए शव मिले। जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) ध्रुबा दास ने घटनास्थल का दौरा किया और सुदेव के रिश्तेदारों और पड़ोसियों से बात की। वहीं, कटवा आरपीएफ के इंस्पेक्टर इन-चार्ज विवेक सिंह ने कहा कि दे पिछले पांच साल से कटवा में काम कर रहे थे।