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EZC Meet: दिल्ली में हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण, शांति बहाली को केंद्र तत्काल उठाए कदम: ममता बनर्जी

EZC Meet. ममता ने दिल्ली में हिंसा का मुद्दा उठाते हुए गृहमंत्री से शांति बहाली के लिए तुरंत कदम उठाने की अपील की ताकि स्थिति और न बिगड़े।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Fri, 28 Feb 2020 06:27 PM (IST)Updated: Fri, 28 Feb 2020 06:27 PM (IST)
EZC Meet: दिल्ली में हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण, शांति बहाली को केंद्र तत्काल उठाए कदम: ममता बनर्जी
EZC Meet: दिल्ली में हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण, शांति बहाली को केंद्र तत्काल उठाए कदम: ममता बनर्जी

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। EZC Meet. दिल्ली में हिंसा की घटनाओं पर बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने शुक्रवार को एक बार फिर गहरी चिंता जताते हुए वहां तुरंत शांति कायम करने व लोगों में विश्वास बहाली के लिए केंद्र से तत्काल कदम उठाने की अपील की। शुक्रवार को भुवनेश्वर में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई पूर्वी क्षेत्रीय सुरक्षा परिषद की 24वीं बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने यह बात कहीं। बैठक में बंगाल के अलावा ओडि़शा, बिहार व झारखंड के मुख्यमंत्रियों ने हिस्सा लिया, हालांकि झारखंड के मुख्यमंत्री इसमें नहीं पहुंचे। उनकी ओर से राज्य के वित्त मंत्री शरीक हुए।

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बैठक के दौरान ममता ने दिल्ली में हिंसा का मुद्दा उठाया। ममता ने बाद में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बैठक में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) व राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) पर कोई चर्चा नहीं हुई, लेकिन उन्होंने दिल्ली में हिंसा का मुद्दा उठाते हुए गृहमंत्री से शांति बहाली के लिए तुरंत कदम उठाने की अपील की, ताकि स्थिति और न बिगड़े। उन्होंने हिंसा पीड़ितों को पर्याप्त मुआवजा देने की भी मांग की। ममता ने कहा कि दिल्ली में जो कुछ हुआ, वह दुर्भाग्यपूर्ण है और उससे मैं बहुत दुखी हूं। दिल्ली सहित देशभर में शांति कायम होनी चाहिए।

पहले समस्या का हल हो, फिर राजनीतिक चर्चा

पत्रकारों द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या वह दिल्ली में हिंसा को लेकर गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग वाली बात को वापस लेंगी। इस पर ममता ने कहा कि पहले समस्या का हल किया जाना चाहिए फिर राजनीतिक चर्चा होगी। ममता ने कहा कि बैठक में सीएए व एनआरसी पर कोई चर्चा नहीं हुई, क्योंकि यह एजेंडे में नहीं था। न तो मैंने और न ही किसी अन्य मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे को उठाया। यह बैठक एनआरसी व सीएए के लिए नहीं थी।

बंगाल के प्रति केंद्र के भेदभाव का मुद्दा उठाया

ममता ने बैठक में बंगाल के प्रति केंद्र के भेदभावपूर्ण रवैए का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि बंगाल को चक्रवात फणि और बुलबुल जैसी प्राकृतिक आपदाओं के लिए अब तक आवश्यक सहायता राशि नहीं मिली। इसके अलावा केंद्र से कई अन्य मदों में भी बकाया है। केंद्र से 50 हजार करोड़ रुपये नहीं मिले हैं। ममता ने कहा कि उन्होंने जीएसटी भुगतान में देरी और केंद्रीय करों के विचलन में राज्यों की हिस्सेदारी कम करने का भी मुद्दा उठाया। मुख्यमंत्री ने राज्य में कोयला उत्पादन पर मिलने वाली रॉयल्टी में संशोधन की आवश्यकता सहित पूर्वी राज्यों को और महत्व देने का मुद्दा भी मजबूती से उठाया। इस मुद्दे पर गृहमंत्री शाह ने आश्वस्त किया कि वे बाद में चर्चा करेंगे। बैठक में उग्रवाद, बुनियादी ढांचा विकास समेत अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई।

ममता ने अमित शाह के साथ एक टेबल पर खाया खाना

बैठक के बाद ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के आवास पर गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने एक साथ बैठकर दोपहर का भोजन किया। सार्वजनिक मंचों पर एक-दूसरे के धुर विरोधी ममता व शाह के एक टेबल पर बैठकर भोजन करना अपने आप में दिलचस्प दृश्य है। 

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