Move to Jagran APP

West Bengal : बीएसएफ ने फेंसिडिल के साथ एक बांग्लादेशी तस्कर को किया गिरफ्तार

बीएसएफ की 24वीं बटालियन के जवानों ने 122 फेंसिडिल की बोतलों के साथ 1 बांग्लादेशी तस्कर को पकड़ा है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Sun, 12 Jul 2020 11:58 AM (IST)Updated: Sun, 12 Jul 2020 11:58 AM (IST)
West Bengal : बीएसएफ ने फेंसिडिल के साथ एक बांग्लादेशी तस्कर को किया गिरफ्तार
West Bengal : बीएसएफ ने फेंसिडिल के साथ एक बांग्लादेशी तस्कर को किया गिरफ्तार

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल के मालदा जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर चुरीयन्तपुर सीमा चौकी इलाके से बीएसएफ की 24वीं बटालियन के जवानों ने 122 फेंसिडिल की बोतलों के साथ 1 बांग्लादेशी तस्कर को पकड़ा है। फेंसिडिल की भारत से बांग्लादेश में तस्करी की कोशिश की जा रही थी।पकड़े गए तस्कर ने पूछताछ में अपना नाम -आलम अली (26, गांव-जमिनपुर, थाना- शिवगंज , जिला- चपाईनवाबगंज, बांग्लादेश बताया है। पूछताछ में उसने बताया कि वह काफी समय से फेंसिडिल की तस्करी में लिप्त है।

loksabha election banner

अधिकारियों ने बताया कि 10 जुलाई की रात में 10 बजे विश्वसनीय सूत्रो के द्वारा पता चला कि सीमावर्ती क्षेत्र के गांव द्विशतविघी के नजदीक कुछ तस्कर फेंसिडिल के साथ छुपकर बैठे हुए है। लेकिन जूट की खेती की ऊंचाई अधिक तथा खेती अधिक दूर में फैले होने के कारण तस्करों को रात के अंधेरे में ढूंढ पाना मुश्किल साबित होता है। सीमा पर तैनात अपने जवानों ने रात्री दुरबीन की मदद से देखा कि भारत की तरफ 4 से 5 तस्कर कुछ पोटला (तस्करी के सामान का बैग) लेकर तरबन्दी की ओर बढ़ रहे है। उसी समय जवानों की नजर तारबन्दी के पार बांगलादेश की तरफ से आ रहे लगभग 06 से 07 तस्करों पर पड़ी। अक्सर भारत की तरफ के तस्कर तारबन्दी के नजदीक जाकर फेंसिडिल की बोतलों को तारबन्दी के उपर से बंगलादेश में फेंक देते है और बंगलादेश के तस्कर उन फेंसिडिल की बोतलों को उठाकर भाग जाते है।

कुछ जवान तारबन्दी के पास घात लगाकर बंगलादेशी तस्करों की हरकत पर नजर रखे हुए थे तथा साथ ही सीमा सुरक्षा बल के जवान रात्री दुरबीन की मदद से गतिविधियों की जानकारी दे रहे थे। तभी कुछ तस्कर फेंके हुए फेंसिडिल के बैग को कब्जे में लेने के लिए पहुंचे। लेकिन सीमा सुरक्षा बल के सतर्क जवानो ने रात लगभग 10:35 बजे 122 बोतल फेंसिडिल सहित 01 तस्कर को पकड़ने में कामयाबी हासिल की।

अधिकारी ने बताया कि सीमावर्ती क्षेत्र में गांव के कई किसान तथा कोरोना महामारी की वजह से जो श्रमिक अपने गांव में वापस लौट चुके है, उन्हें तस्करों द्वारा पैसों का लालच देकर तस्करी में शामिल किया जाता है। 24वीं बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर अनिल होतकर ने बताया कि मुस्तैद जवानों द्वारा दिन- रात ड्यूटी में दिखाई हुई तत्परता के कारण तस्कर अपने मनसूबों में कामयाब नही हो पाते है।

गौरतलब है कि दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जिम्मेवारी के इलाके में “शून्य तस्करी” के सिद्धान्त पर कार्य करते हुए जवानों ने चालू वर्ष 2020 के दौरान अब तक 1,46,844 फेंसिडिल की बोतलें जब्त करने में कामयाबी हासिल की है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.