West Bengal: बांकुरा में भाजपा कार्यालय में लगी आग, भाजपा का आरोप- इस घटना के पीछे टीएमसी का हाथ
पश्चिम बंगाल के बांकुरा जिले के चंदई ग्राम इलाके में बीती रात भाजपा कार्यालय में आग लगा दी गई। भाजपा का आरोप है कि इस घटना के पीछे टीएमसी का हाथ है।
कोलकाता, एएनआइ। पश्चिम बंगाल के बांकुरा जिले के चंदई ग्राम इलाके में बीती रात भाजपा कार्यालय में आग लगा दी गई। भाजपा का आरोप है कि इस घटना के पीछे टीएमसी का हाथ है।
जानकारी हो कि पिछले दिनों पश्चिम बंगाल के आसनसोल में भारतीय जनता पार्टी के दफ्तर में कुछ लोगों ने आग लगा दी थी। आग की वजह से पूरा भाजपा दफ्तर जलकर राख हो गया था। ये घटना सालनपुर पुलिस स्टेशन के अछरा इलाके में हुई थी। बीजेपी का दावा था कि टीएमसी से जुड़े लोगों ने पार्टी दफ्तर में आग लगाई थी। आग की वजह से पूरा पार्टी दफ्तर जलकर राख हो गया था। हालांकि टीएमसी ने बीजेपी के आरोपों को खारिज कर दिया था।
भाजपा का आरोप था कि घटना के तुरंत बाद पुलिस को फोन किया गया लेकिन वह जानबूझ कर देर से पहुंची थी। भारतीय जनता पार्टी का आरोप था कि टीएमसी कार्यकर्ता पहले भी दफ्तरों में आग लगाते रहे हैं लेकिन पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करती। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस को बीजेपी कार्यकर्ताओं की नाराजगी का शिकार होना पड़ा था।
टीएमसी नेता हरेराम तिवारी ने बीजेपी के आरोपों को खारिज कर दिया था। तिवारी ने कहा कि दफ्तर में आग लगने के पीछे बीजेपी की अंतर्कलह जिम्मेदार है जिससे कई नेता जूझ रहे हैं। टीएमसी नेता ने बीजेपी कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे दफ्तर में गैर-कानूनी काम को अंजाम देते हैं, यहां तक कि दफ्तर में शराब भी रखते हैं।
भारतीय जनता पार्टी नेता गोपाल रॉय ने कहा था कि हमारे दफ्तर इसलिए जलाए जा रहे हैं क्योंकि भारतीय जनता पार्टी के लगातार बढ़ते प्रभाव से टीएमसी खुश नहीं है। इस इलाके में कंबल वितरण का एक कार्यक्रम आयोजित था जिसमें बड़ी संख्या में लोग जुटे थे। इससे नाराज होकर टीएमसी कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी दफ्तर में आग लगा दी। हालांकि टीएमसी ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
हताशा की ऊंचाई पर पहुंच गई हैं ममता बनर्जी: दिलीप घोष
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने मुख्यमंत्री व तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी पर फिर हमला बोला। घोष ने सवाल करते हुए कहा कि क्या कोई कह सकता है कि ममता तेज दिमाग की हैं? उन्होंने कहा कि हाल में पीएम से मुलाकात के बाद ममता का बयान दर्शाता है कि वह हताशा की ऊंचाई पर पहुंच गई हैं।
घोष ने कहा, जब मुख्यमंत्री को दिल्ली बुलाया जाता है तो वह नहीं जाती हैं। वह कहती हैं कि बंगाल के लिए धन की मांग करने के लिए उन्होंने यहां शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी से मिलीं और साथ ही उनसे नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को वापस लेने की मांग की। घोष ने ममता के इस बयान पर सवाल उठाते हुए कहा कि कोई भी हमारे घर आता है तो उसे हम चाय देते हैं। क्या हम पैसे मांगते हैं, या उसे कानून बदलने के लिए कहते हैं?
घोष ने आगे कहा, अब क्या कोई कह सकता है कि वह तेज दिमाग की हैं? उन्होंने कहा कि वह (ममता बनर्जी) हताशा की ऊंचाई पर पहुंच गई हैं। लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए गुरुवार को प्रदेश भाजपा का निर्विरोध अध्यक्ष चुने जाने के बाद पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए घोष ने ये बातें कहीं। गौरतलब है कि घोष ने कुछ दिनों पहले ही सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी।
उन्होंने कहा था कि भाजपा शासित राज्यों में सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों को कुत्तों की तरह गोली मारी गई। उनके इस बयान की भाजपा के साथ विपक्षी दलों ने कड़ी आलोचना की थी। बता दें कि हाल में पीएम की दो दिवसीय यात्र के दौरान मुख्यमंत्री ने राजभवन में पीएम के साथ 15 मिनट तक बैठक की थी। बैठक के बाद उन्होंने कहा था कि पीएम से उन्होंने केंद्र के पास राज्य का बकाया 38 हजार करोड़ रुपये की मांग की थी। साथ ही सीएए, एनआरसी व एनपीआर वापस लेने का अनुरोध किया।