West Bengal Assembly Election 2021: ममता के गढ़ में सेंध लगाएंगे अमित शाह के भरोसेमंद
West Bengal Assembly Election 2021कोलकाता ज़ोन की ज़िम्मेदारी यूपी के संगठन मंत्री सुनील बंसल को दी है। दोनों की जोड़ी ने यूपी में असंभव को संभव कर दिया। पहले 2014 के लोकसभा चुनाव में शानदार जीत मिली। अब सुनील बंसल के पास बंगाल के 51 विधानसभा सीटों की ज़िम्मेदारी है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। केंद्रीय गृहमंत्री व भाजपा के कद्दावर नेता अमित शाह का बंगाल में कमल खिलाना सपना है। यह बात उन्होंने खुद ही कई वर्ष पहले कही थी। जब वह भाजपा के अध्यक्ष थे तो भुवनेश्वर में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शाह ने अपने सपने के बारे में बताया था। उन्होंने कहा था जब बंगाल और केरल में भाजपा की सरकार होगी तब पार्टी का स्वर्णिम समय आएगा। इसी सपने को पूरा करने के लिए अमित शाह ने ममता बनर्जी के सबसे मज़बूत गढ़ में अपने सबसे भरोसेमंद नेता को लगाया है।
उन्होंने कोलकाता ज़ोन की ज़िम्मेदारी यूपी के संगठन मंत्री सुनील बंसल को दी है। दोनों की जोड़ी ने यूपी में असंभव को संभव कर दिया। पहले 2014 के लोकसभा चुनाव में शानदार जीत मिली। फिर 2017 के विधानसभा चुनाव में इस इतिहास को दुहराया। अमित शाह जब महासचिव होने के नाते यूपी के प्रभारी थे, तब वे सुनील बंसल को संगठन मंत्री बना कर लखनऊ लाए थे। अब वही सुनील बंसल के पास बंगाल के 51 विधानसभा सीटों की ज़िम्मेदारी है।
सुनील बंसल ने कोलकाता में डेरा डाला
तीन महीने पहले सुनील बंसल ने यूपी से आकर कोलकाता में डेरा डाल दिया। जब उन्होंने यहां का काम संभाला तब संगठन बहुत कमजोर था। कार्यकर्ताओं के नाम पर सिर्फ़ आठ हज़ार लोगों का ब्यौरा था। लेकिन फिर उन्होंने बूथ कमेटी से लेकर सेक्टर और फिर मंडल तक संगठन का विस्तार किया। हर बूथ पर एक व्हाट्सएप प्रभारी बनाया। सभी 51 विधानसभा सीटों पर जाकर मीटिंग की।जयपुर के रहने वाले सुनील बंसल के बड़े भाई दुर्गापुर में रहते हैं। वहां उनका आना जाना लगा रहता है। इस कारण वे बांग्ला जानते और समझते हैं। बंगाल में चुनाव की तैयारी में ये उनके बहुत काम आ रहा है।
अब हालात बदल रहे हैं
पहले चरण को छोड़ कर हर दौर में कोलकाता ज़ोन में वोटिंग है, अभी उनका सारा ज़ोर हर बूथ पर पोलिंग एजेंट तैयार करने का है। उन्होंने बताया कि शुरूआत में ममता सरकार और टीएमसी के डर के कारण नए कार्यकर्ता जोड़ना बड़ा कठिन काम था।लेकिन अब हालात बदल रहे हैं। लोगों में प्रधानमंत्री को लेकर आकर्षण बढ़ रहा है। लोग बंगाल में परिवर्तन चाहते हैं। आख़िरी चरण के मतदान तक सुनील बंसल यहां रह कर पार्टी का काम काज संभालेंगे।