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West Bengal Assembly Election 2021: बंगाल चुनावी रणनीति- महाशिवरात्रि पर नंदीग्राम से नामांकन कर सकती हैं ममता बनर्जी

West Bengal Assembly Election 2021 एक और मास्टर स्ट्रोक लगाने की जुगत में मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी तृणमूल सूत्रों की मानें तो ममता महाशिवरात्रि पर नंदीग्राम से बतौर उम्मीदवार नामांकन पत्र दाखिल कर सकती हैं। सॉफ्ट हिंदुत्व की रणनीति के जरिए हिंदू मतदाताओं को खींचने की कवायद।

By PRITI JHAEdited By: Published: Wed, 03 Mar 2021 03:16 PM (IST)Updated: Wed, 03 Mar 2021 03:16 PM (IST)
West Bengal Assembly Election 2021: बंगाल चुनावी रणनीति- महाशिवरात्रि पर नंदीग्राम से नामांकन कर सकती हैं ममता बनर्जी
मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने गत 18 जनवरी को नंदीग्राम से चुनाव लडऩे का एलान किया था। इसे पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए सुवेंदु अधिकारी के गढ़ में ममता का मास्टर स्ट्रोक कहा जा रहा था। ममता अब एक और मास्टर स्ट्रोक लगाने की जुगत में हैं। तृणमूल सूत्रों की मानें तो ममता महाशिवरात्रि पर नंदीग्राम से बतौर उम्मीदवार नामांकन पत्र दाखिल कर सकती हैं। इसे ममता की सॉफ्ट हिंदुत्व की रणनीति बताया जा रहा है।

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गौरतलब है कि ममता सरकार पर विरोधी दल अल्पसंख्यकों को तुष्ट करने का आरोप लगाते आए हैं इसलिए ममता ने नामांकन के लिए महाशिवरात्रि का दिन चुना है। इसके जरिए हिंदू मतदाताओं को पार्टी की तरफ खींचने की कोशिश की जाएगी। तृणमूल ने अब तक अपने उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की है। चूंकि ममता पहले ही इस बात का एलान कर चुकी हैं इसलिए उनका नंदीग्राम से लड़ना तय माना जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक ममता 11 मार्च को तमलुक के महकमा शासक के कार्यालय जाकर नामांकन कर सकती हैं। ममता ने 18 जनवरी को नंदीग्राम के तेखाली माठ में हुई जनसभा में नंदीग्राम से चुनाव लड़ना का एलान किया था। इसपर सुवेंदु ने उन्हें 50 हजार से अधिक वोटों से हराने की चुनौती दी थी। सुवेंदु इसी सीट से तृणमूल के टिकट पर चुनाव लड़कर जीते थे। देखना यह है कि इस बार वे ममता के खिलाफ इस सीट से चुनाव लड़ते हैं या नहीं। नंदीग्राम में दूसरे चरण के तहत एक अप्रैल को मतदान होना है।

सुवेंदु ने नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र के अल्पसंख्यक वोट का हवाला देते हुए कहा था कि ममता 62 हजार वोटों के भरोसे यहां से जीतना चाहती हैं। बाकी सारे वोट भाजपा को मिलेंगे। तृणमूल नेतृत्व ने सुवेंदु के बयान को गंभीरता से लेते हुए यह रणनीति तैयार की है। पार्टी सूत्रों से पता चला है कि नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान ममता की धर्मनिरपेक्ष नेत्री की छवि पेश करने की कोशिश की जाएगी। 


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