कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार को पद से हटाया गया, अनुज शर्मा नए आयुक्त
Kolkata Police Commissioner.पुलिस आयुक्त राजीव कुमार का तबादला हो गया है। राजीव कुमार को सीआइडी का एडीजी (क्राइम)बनाये की संभावना है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। कोलकाता के पुलिस आयुक्त राजीव कुमार का तबादला हो गया है। राजीव कुमार को सीआइडी का एडीजी (क्राइम)बनाये की संभावना है। एडीजी (कानून-व्यवस्था) अनुज शर्मा को कोलकाता का नया पुलिस आयुक्त बनाये जाने की संभावना है। उल्लेखनीय है कि सारधा चिटफंड मामले में राजीव कुमार से सीबीआइ की पूछताछ के मामले में पश्चिम बंगाल सरकार और केंद्र सरकार आमने-सामने आ गयी थी।
सीआइडी में एडीजी (क्राइम) हो सकते हैं राजीव, सिद्धिनाथ हो सकते हैं एडीजी (एल एंड ओ )
-चुनाव आयोग के निर्देश पर अफसरों का हो रहा है तबादला
सारधा चिटफंड घोटाले को लेकर पिछले 15 दिनों तक देशभर के मीडिया में सुर्खियों रहे कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार का तबादला हो गई हैं। उन्हें पुलिस आयुक्त के पद से हटाकर सीआइडी में एडीजी(क्राइम) बनाया जाने की चर्चा है। वही बंगाल के एडीजी (कानून व्यवस्था) अनुज शर्मा को कोलकाता पुलिस का नया आयुक्त नियुक्त किया जा सकता है। वहीं आइपीएस अधिकारी सिद्धिनाथ गुप्ता को एडीजी (कानून व्यव्सथा) के पद पर नियुक्त किया जा सकता है। बताते चलें कि पिछले माह केंद्रीय चुनाव आयोग की पूरी टीम कोलकाता आई थी। उस दौरान राज्य पुलिस प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की थी जिसमें कहा गया था कि 28 फरवरी से पहले एक ही पद पर तीन वर्षो से आसीन पुलिस व प्रशासनिक अफसरों को हटाया जाए।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी इसके विरोध में धरने पर बैठ गयी थी। इस धरने में खुद पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार भी बैठे दिखे थे। इसके बाद ये मामला सर्वोच्च कोर्ट तक पहुंच गया, जिसके बाद सुनवाई में चीफ जस्टिस गोगोई ने आदेश दिया कि राजीव कुमार को सीबीआइ के सामने पूछताछ के लिए पेश होना होगा और उनकी गिरफ्तारी नहीं होगी।
सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश के बाद ये मामला शांत हुआ और राजीव कुमार से पूछताछ हो सकी। सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद राजीव कुमार से सीबीआइ ने शिलांग में पूछताछ की थी। श्री कुमार पर हजारों करोड़ रुपये के सारधा चिटफंड घोटाले में सबूतों को नष्ट करने का आरोप है।
30 जनवरी 2016 से लगातार सीपी के पद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खास अफसर माने जाने वाले राजीव कुमार आसीन हैं। इस बीच तीन फरवरी को सीबीआइ की टीम जब राजीव कुमार के आवास पर पहुंची थी तो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इतनी क्षुब्ध हो गईं कि वह धरने पर बैठ गईं और 45 घंटे तक धरने पर बैठी रहीं। बाद में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर लगातार पांच दिनों तक राजीव कुमार से शिलांग में पूछताछ होती रही। वहीं राजीव कुमार समेत पांच अफसरों को न्यायालय अवमानना के मामले में आगामी 20 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट के नोटिस का जवाब देना है। इस बीच राज्य सरकार उन्हें सीपी के पद से हटा कर सीआइडी में भेजने की तैयारी कर रही है। राज्य सचिवालय सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की हरी झंडी मिलते ही तबादले का आदेश जारी हो जाएगा। हालांकि, आधिकारिक तौर पर तबादले की सूची अभी जारी नहीं की गई है। पिछले दस दिनों में चार दर्जन से अधिक पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों का तबादला हो चुका है। चुनाव आयोग के निर्देश पर आगामी 28 फरवरी तक ट्रांसफर, पोस्टिंग का कार्य पूरा करना है।