West Bengal: कोलकाता के बड़ाबाजार में 150 साल पुराना जर्जर मकान ढहा, मलबे के नीचे फंसी महिला को सुरक्षित निकाला गया
एक 150 साल पुराना मकान अचानक ढह गया। चार मंजिला उक्त मकान परित्यक्त था। कई वर्षों से उसका मरम्मत कार्य नहीं हुआ था। मकान के ढहने का डर हमेशा लोगों को लगा रहता था। देर रात लोगों का यह डर सच्चाई में बदल गया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बड़ाबाजार थानांतर्गत बाबू लाल लेन स्थित 150 साल पुराना मकान अचानक भरभराकर ढह गया। मकान ढहने से उसका मलबा बगल की इमारत पर जा गिरा जिससे वह भी आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया। इस दौरान बगल की इमारत में एक महिला मलबे के नीचे दब गयी। करीब डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद डीएमजी और पुलिस कर्मियों ने महिला को सुरक्षित बाहर निकाला। उद्धार की गयी महिला का नाम मंजू गौड़ (54) है। उसे अस्थानीय अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज के बाद छोड़ दिया गया। फिलहाल पुलिस की ओर से दोनों मकानों को घेर दिया गया है ।
देर रात 3.30 बजे 2, बाबूलाल लेन स्थित एक 150 साल पुराना मकान अचानक ढह गया। चार मंजिला उक्त मकान परित्यक्त था। कई वर्षों से उसका मरम्मत कार्य नहीं हुआ था। मकान के ढहने का डर हमेशा लोगों को लगा रहता था। देर रात लोगों का यह डर सच्चाई में बदल गया। बीत कुछ दिनों में महानगर में हुई लगातार बारिश के कारण मकान की अवस्था काफी खराब हो गयी थी। इस बीच रात के साढ़े 3 बजे अचानक मकान भरभराकर ढह गया। भारी विस्फोट जैसी आवाज सुनकर जब स्थानीय लोग अपने घर से बाहर निकले तो उन्होंने देखा कि मकान ढह गया है। मकान की अवस्था बहुत खराब होने की वजह से निगम के निर्देश पर पिछले 3-4 साल से कोई भी व्यक्ति उसके अंदर नहीं रहता था। उस वक्त भी मकान का एक हिस्सा ढहा था। उसके बाद से मकान परित्यक्त था। इसलिए मकान ढहने पर स्थानीय लोगों को लगा कि कोई हताहत नहीं हुआ है।
पहले लोगों को कुछ समझ में नहीं आया था। थोड़ी देर बाद किसी के कराहने की आवाज सुनायी दी तब लोगों को पता चला कि परित्यक्त मकान का एक हिस्सा बगल की इमारत पर गिरा है। इसके कारण इमारत के ग्राउंड फ्लोर में रहनेवाली महिला मलबे के नीचेे दब गयी है।
पहले स्थानीय लोगों ने ही महिला को उद्धार करने की कोशिश की। बाद में डीएमजी कर्मियों की मदद से महिला को मलबे के नीचे सुरक्षित बाहर निकाला गया। इस दौरान बगल की इमारत में रहनेवाले करीब 30 से 40 लोगों को बाबूलाल धर्मशाला में रखा गया। आरोप है कि उक्त मकान के मालिक की लापरावही के कारण दुर्घटना घटी है। उन्होंने कहा कि वार्ड नं. 42 में सिर्फ पुराने मिकान गिर रहे हैं और अवैध निर्माण हो रहा है। आम किरायेदारों को मकान मालिक द्वारा परेशान किया जा रहा है।