Violence in Bengal: ममता ने बंगाल में राजनीतिक हिंसा के आरोपों को नकारा, केंद्र और राज्यपाल पर साधा निशाना
विधानसभा चुनाव के बाद बंगाल में राजनीतिक हिंसा होने के आरोपों को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने खारिज कर दिया और जमकर केंद्र व राज्यपाल पर निशाना साधा। ममता ने साफ कहा कि बंगाल में छिटपुट घटनाओं को छोड़कर राजनीतिक हिंसा की कोई घटना नहीं घट रही है
राज्य ब्यूरो, कोलकाताः विधानसभा चुनाव के बाद बंगाल में राजनीतिक हिंसा होने के आरोपों को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को पूरी तरह से खारिज कर दिया और जमकर केंद्र व राज्यपाल पर निशाना साधा। ममता ने साफ कहा कि बंगाल में छिटपुट घटनाओं को छोड़कर राजनीतिक हिंसा की कोई घटना नहीं घट रही है।उन्होंने पत्रकारों से ही सवाल किया कि क्या आप लोगों को लगता है कि बंगाल में हिंसा हो रही है? ऐसा लगता है कि उनकी (केंद्र व राज्यपाल) आंखों में पीलिया हो गया है?
ज्ञात हो कि गुरुवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ से लेकर भाजपा नेता लगातार हिंसा को लेकर मुखर हैं। बंगाल में सेंट्रल टीम भेजी जाती है, लेकिन उत्तर प्रदेश और गुजरात में नहीं भेजी जाती। उत्तर प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी 22 लोगों की मौत हो जाती है, लेकिन वहां कोई टीम नहीं जाती है। गंगा में लाश बहा दी जाती हैं, लेकिन वहां कोई टीम नहीं जाती है। बंगाल में हार के बाद में भी उन्हें शर्म नहीं आती है। हाथरस में घटना घटती है, लेकिन कोई टीम नहीं जाती है। उन्होंने कहा कि सभी एजेंसी से काम करा रही है। यह भाजपा का प्लान है। चुनाव के बाद कोई हिंसा नहीं है। कुछ व्यक्तिगत घटनाएं घटी है। यह भाजपा का गिमिक वाइलेंस है।
राज्यपाल को हटाने के लिए पीएम को तीन बार लिख चुकी हूं पत्र
-राज्यपाल के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने उनका नाम नहीं देते हुए कहा कि बच्चेे को बोलकर चुप कराया जा सकता है। उन्होंनेेे कहा कि वह राज्यपाल को हटाने के लिए प्रधानमंत्री को तीन बार पत्र लिख चुकी हैं। बता दें राज्यपाल लगातार बंगाल में हिंसा का मुद्दा उठा रहे हैं। दिल्ली रवाना होने के पहले राज्यपाल ने ममता को पत्र लिखकर हिंसा को लेकर कदम उठाने की मांग की थी। इस बाबत उन्होंने आरोप लगाया था कि लगभग एक माह होने के बावजूद राज्य में हो रही हिंसा को लेकर राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इस बाबत कोई चर्चा नहीं हुई है।
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टि्वटर विवाद में कूदीं ममता
भारती संविधान व कानून के अधीन टि्वटर को लाने के मुद्दे पर विपक्षी पार्टियां काफी परेशान हैं। अब इस विवाद में ममता भी कूद पड़ी हैं और टि्वटर के पक्ष लेते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा। गुरुवार ममता ने राज्य सचिवालय नवान्न में कहा कि केंद्र सरकार टि्वटर को कंट्रोल करना चाहती है और चूंकि वे कंट्रोल नहीं हो रहे हैं। इसलिए उन्हें बुलडोज करना चाहती है। उन्हें इसे रोकना चाहिए, लेकिन इसका एक दिन अंत होगा। बता दें कि ममता हर मुद्दे पर केंद्र सरकार का विरोध करती रही हैं यहां तक कि पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक हो या फिर सर्जिकल स्ट्राइक उस मुद्दे पर भी सवाल खड़ा किया था और अब टि्वटर के मुद्दे पर भी केंद्र सरकार के खिलाफ खड़ी हो गई हैं।