Violence in Bengal: घर के सामने बमबारी के बाद भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने केंद्र पर ही साधा निशाना
बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद पार्टी के भीतर घमासान मचा हुआ है। इस बीच असंतोष के स्वर दिखाई देने लगे हैं। भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने बुधवार देर रात उनके घर के सामने बमबारी की घटना के बाद केंद्र सरकार पर ही निशाना साधा है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद पार्टी के भीतर घमासान मचा हुआ है। इस बीच असंतोष के स्वर दिखाई देने लगे हैं। बैरकपुर से भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने बुधवार देर रात उनके घर के सामने बमबारी की घटना के बाद केंद्र सरकार पर ही निशाना साधा है। सिंह ने कहा कि उन्हें मारने के लिए एक साजिश रची जा रही है।लेकिन, केंद्र सरकार सिर्फ कानून दिखा रही है। काम कुछ नहीं कर रही है। पार्टी के कार्यकर्ता अपने घरों को छोड़ रहे हैं और उनके घरों को लूटा जा रहा है। उन्हें पीटा जा रहा है। बंगाल की स्थिति 1947 जैसी फिर से होने जा रही है।
भाजपा सांसद द्वारा केंद्र सरकार की नीति की आलोचना से स्वाभाविक रूप से राजनीतिक अटकलें तेज हो गई है। वहीं, सीआइएसफ के गार्ड्स की मौजूदगी के बावजूद सांसद के घर के सामने बमबारी कैसे हुई, इसे लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। बता दें कि अर्जुन सिंह पहले तृणमूल कांग्रेस के विधायक थे, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव के ठीक पहले भाजपा में शामिल हुए थे और बैरकपुर से सांसद निर्वाचित हुए थे।
बुधवार देर रात घर के सामने हुई बमबारी
आरोप है कि बुधवार रात उत्तर 24 परगना जिले में उनके संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत जगद्दल में उनके घर के सामने बमबारी हुई। रात करीब दो बजे बदमाशों ने उनके घर के सामने कई बम फेंके। इससे पूरा मोहल्ला दहल गया और स्थानीय लोग दहशत में हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि घटना में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस का हाथ है। अर्जुन सिंह ने गुरुवार सुबह जगद्दल पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने पुलिस से शिकायत की है कि उन्हें मारने के लिए साजिश रची जा रही है
सांसद पद से इस्तीफा देने तक की कह चुके हैं बात
बताते चलें कि बंगाल में चुनावी नतीजों के बाद से जारी हिंसा व भाजपा कार्यकर्ताओं पर लगातार हो रहे हमले की घटनाओं से दुखी भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने हाल में सांसद पद से इस्तीफा देने तक की इच्छा व्यक्त की थी। उन्होंने कहा था, ‘लोकतंत्र की रक्षा के लिए मैं लोगों के वोट से जीता हूं और मैं लोगों को नहीं बचा सकता हूं, तो उस जनप्रतिनिधि होने का क्या फायदा है? हमें इस्तीफा दे देना चाहिए।' बता दें कि जगद्दल, भाटपारा क्षेत्र में चुनाव परिणाम की घोषणा के बाद, जिस तरह से पार्टी कार्यकर्ताओं पर हमले हो रहे हैं, इसके विरोध में उन्होंने यह बात कही थी।