उत्कृष्ट रेल सेवा के लिए विजय यादव को मिला महाप्रबंधक पुरस्कार
इस मौके पर जीएम की ओर से 83 व्यक्तिगत अवार्ड एवं 18 समूह अवार्ड प्रदान किया गया। विजय यादव को हाल ही में राजभाषा हिंदी के प्रचार- प्रसार में सराहनीय योगदान के लिए रेलवे बोर्ड व्यक्तिगत नकद पुरस्कार समेत महाप्रबंधक व्यक्तिगत राजभाषा पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।
जेएनएन, कोलकाता। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे मुख्यालय, मालीगांव गुवाहाटी में वरिष्ठ उप महाप्रबंधक के दक्षता प्रकोष्ठ में मुख्य दक्षता निरीक्षक के पद पर कार्यरत विजय कुमार यादव को उनके उत्कृष्ट रेल सेवा के लिए महाप्रबंधक (जीएम) अंशुल गुप्ता के द्वारा व्यक्तिगत श्रेणी में महाप्रबंधक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। सोमवार को आयोजित 66वें क्षेत्रीय रेल पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान जीएम ने उन्हें पुरस्कृत किया। क्षेत्रीय रेलवे का यह सर्वोच्च पुरस्कार रेलवे के लिए उल्लेखनीय सेवा देने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रदान किया जाता है। यह पुरस्कार प्राप्त करना किसी भी अधिकारी/कर्मचारी के लिए गौरव का विषय होता है। इस मौके पर जीएम की ओर से 83 व्यक्तिगत अवार्ड एवं 18 समूह अवार्ड प्रदान किया गया।
विजय यादव को यह पुरस्कार प्रबंधन विकास कार्यक्रम के उच्चतम मापदंड पर निष्पादन एवं विविध प्ररेणादायक प्रयोगों समेत अन्य महत्वपूर्ण कार्यो के सफल कार्यान्वयन हेतु प्रदान किया गया है। ज्ञातव्य है कि विजय यादव को हाल ही में राजभाषा हिंदी के प्रचार- प्रसार में सराहनीय योगदान के लिए रेलवे बोर्ड व्यक्तिगत नकद पुरस्कार समेत महाप्रबंधक व्यक्तिगत राजभाषा पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। मूलत: बिहार के मधुबनी जिले के पंडौल प्रखंड के नाहर- बलुआहा गांव निवासी विजय बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं और उन्होंने हिंदी एवं मैथिली भाषा के उदीयमान कवि, गीतकार एवं गायक के रूप में भी अपनी पहचान स्थापित की है। साहित्य अकादमी समेत अनेक मंचो पर अपनी साहित्यिक प्रतिभा का परचम लहराते हुए कई सम्मान भी अर्जित कर चुके हैं।
महाप्रबंधक पुरस्कार मिलने पर सभी वरिष्ठ अधिकारियों का जताया आभार
इधर, महाप्रबंधक पुरस्कार प्राप्त करने पर श्री यादव ने अत्यंत प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह मेरे जीवन के सबसे उल्लेखनीय उपलब्धियों में से एक है। उन्होंने इसके लिए अपने महाप्रबंधक, वरिष्ठ उप महाप्रबंधक समेत सभी संबंधित अधिकारियों का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने उनके विभागीय कार्य संपादन को उत्कृष्ट मापदंड के अनुरूप संवर्धित एवं प्रेरित किया।उन्होंने आगे और भी अधिक लगन एवं परिश्रम से अपना कार्य करने का संकल्प वयक्त किया।
कहा- मेरे शरीर का कण- कण भारतीय रेलवे के लिए समर्पित
श्री यादव ने आगे कहा- मेरे शरीर का कण- कण एवं समय का हर क्षण भारतीय रेलवे/पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के लिए समर्पित है। उन्होंने कहा कि श्रेष्ठ से सर्वश्रेष्ठ करने की गुंजाइश हमेशा रहती है, यह पुरस्कार मिलने से विभाग की अपेक्षाएं और मेरी जिम्मेदारीयां और भी बढ़ गई है जिसपर मैं खरा उतरने का हरसंभव प्रयास करुंगा। साथ ही उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे की सेवा में दिन- रात समर्पित सभी कर्मचारी भी इसके हकदार हैं। श्री यादव ने इस बात पर जोर दिया कि हम अपने संगठन के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए कृत संकल्पित हैं।