Move to Jagran APP

केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री जगन्नाथ सरकार ने कहा- स्कूलों को खोलने पर विचार करें ममता सरकार

बंगाल के शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने कहा कि कोरोनाके दौर में बच्चों के स्वास्थ्य व सुरक्षा का ध्यान रखा रहा है उसी के आधार पर फैसला लिया जाएगा। माध्यमिक व उच्च माध्यमिक परीक्षा नजदीक है और स्कूल नहीं खुलने के कारण पढ़ाई काफी प्रभावित हो रही है।

By Priti JhaEdited By: Published: Tue, 25 Jan 2022 09:43 AM (IST)Updated: Tue, 25 Jan 2022 09:53 AM (IST)
केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री जगन्नाथ सरकार ने कहा- स्कूलों को खोलने पर विचार करें ममता सरकार
केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री जगन्नाथ सरकार ने कहा- स्कूलों को खोलने पर विचार करें ममता सरकार

राज्य ब्यूरो, कोलकाता । केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री जगन्नाथ सरकार ने कहा कि शिक्षा के मामले में बंगाल लगातार पिछड़ता जा रहा है। ममता सरकार को महाराष्ट्र की तर्ज पर राज्य में स्कूल खोलने पर विचार करना चाहिए। इधर उनके बयान पर राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने कहा है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी स्कूल खोलना चाह रही हैं, लेकिन कोरोना महामारी के दौर में बच्चों के स्वास्थ्य व सुरक्षा का ध्यान रखा रहा है। उसी के आधार पर फैसला लिया जाएगा।

loksabha election banner

इस बीच शिक्षा मंत्री ने आज 'पाड़ाय शिक्षालय' प्रकल्प का उद्घाटन किया। यह प्रकल्प प्राथमिक श्रेणी के छात्रों के लिए है। इसके तहत वे अपने मोहल्ले में ही शिक्षा अर्जित कर पाएंगे। शिक्षाविदों के एक वर्ग ने कहा कि इससे प्राथमिक श्रेणी के छात्रों को आनलाइन पढ़ाई से मुक्ति मिलेगी लेकिन माध्यमिक व उच्च माध्यमिक श्रेणी के छात्रों के लिए स्कूलों को स्वास्थ्य संबंधी सभी दिशा-निर्देशों के अनुपालन के साथ तुरंत खोला जाना चाहिए क्योंकि माध्यमिक व उच्च माध्यमिक परीक्षा नजदीक है और स्कूल नहीं खुलने के कारण पढ़ाई काफी प्रभावित हो रही है। पाठ्यक्रम पूरा करना मुश्किल हो जाएगा। आनलाइन पढ़ाई से खास मदद नहीं मिल पा रही है। उन्होंने आगे कहा कि 'पाड़ाय शिक्षालय' प्रकल्प सरकारी स्कूलों के लिए है निजी स्कूलों के छात्रों के लिए भी इसे शुरू किया जाना चाहिए। 

स्कूल खोलने की मांग को लेकर एबीटीए ने किया प्रदर्शन

स्कूल खोलने की माग को लेकर निखिल बंग शिक्षक समिति ने सोमवार को राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही संगठन की ओर से इस्लामपुर बस टर्मिनल से सटे राष्ट्रीय राजमार्ग 31 पर पथ सभा का आयोजन भी किया। स्कूल खोलने की माग को लेकर रास्ते में आम लोगों से सामूहिक हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। संगठन की माग है कि जब सब कुछ खुला है, तो स्कूल भी खोलें जाने चाहिए। बच्चों की शिक्षा के लिए स्कूल तुरंत खोला जाए। संगठनके नेताओं का तर्क था कि जब राज्य सरकार ने सब कुछ खोल दिया है तो स्कूल खोला जाए ।

निखिल बंगा शिक्षक समिति के नेता रघुपति मुखर्जी ने कहा कि जब सब कुछ कोविड के नियमों के अनुसार खुला है तो स्कूल को कोविड नियमों के अनुसार खोला जाना चाहिए। शिक्षा को इस तरह नष्ट नहीं किया जा सकता। छात्रों के भविष्य को ध्यान देना चाहिए। इसलिए संगठन की ओर से साकेतिक सड़क अवरोध किया गया। सड़क जाम होने काफी समय तक ट्राफिक जाम की स्थिति भी देखी गयी। दूसरी ओर उत्तर दिनाजपुर जिले के तृणमूल युवा अध्यक्ष कौशिक गुन ने आज के आदोलन पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने स्कूल खोले थे, मगर कोरोनावायरस का प्रभाव तेजी से बढ़ने के कारण स्कूल को बंद कर दिया। राज्य सरकार बच्चों के जूते, बैग से लेकर पोशाक आदि के बारे में सोचती है। कन्याश्री की सुविधा मिल रही है। वाममोर्चा सरकार ने 34 साल में कुछ नहीं किया, वर्तमान सरकार बहुत कुछ कर रही है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.