सारधा चिटफंड घोटाले की चार्जशीट में तृणमूल के राज्य महासचिव कुणाल घोष का नाम, आरोपित ने केंद्र पर किया पलटवार
बंगाल में विधानसभा के चुनाव तो खत्म हो गए हैं लेकिन राजनीतिक सरगर्मियां अब भी जारी हैं। अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हजारों करोड़ रुपये के सारधा चिटफंड घोटाले में आरोप पत्र दायर किया है। जिसमें तृणमूल कांग्रेस के राज्य महासचिव कुणाल घोष को भी आरोपित बनाया गया है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाताः हजारों करोड़ रुपये के सारधा चिटफंड घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को बैंकशाल कोर्ट में पूरक आरोप पत्र दायर किया है। इसमें तृणमूल के प्रदेश महासचिव कुणाल घोष और पत्रकार सुमन चट्टोपाध्याय को भी आरोपित बनाया गया है। ईडी ने वित्तीय धोखाधड़ी अधिनियम के तहत कुणाल घोष की एक कंपनी और सुमन चट्टोपाध्याय की दो कंपनियों का उल्लेख किया है।
इस मामले में कुणाल घोष तथा सुमन चट्टोपाध्याय दोनों को गिरफ्तार किया गया था। दोनों फिलहाल जमानत पर रिहा हैं। चार्जशीट में कुणाल घोष की कंपनी 'स्ट्रेटेजी मीडिया' और सुमन चट्टोपाध्याय की दो कंपनियों 'दिशा प्रोडक्शंस एंड मीडिया प्राइवेट लिमिटेड' और 'एकदिन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड' के नाम शामिल हैं।
गौरतलब है कि सारधा घोटाले में 2014 में इसके सरगना सुदीप्त सेन व देबजानी मुखर्जी के साथ-साथ बंगाल पुलिस की तत्कालीन विशेष जांच टीम (एसआइटी) ने कुणाल घोष को भी गिरफ्तार किया था। वह लंबे समय तक जेल में भी रह थे। इधर कुणाल घोष ने कहा है कि केंद्र के इशारे पर बदले की भावना से चार्जशीट में उनका नाम दिया गया है। केंद्र पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि ये सब करके मोदी सरकार उनके ऊपर दबाव नहीं बना सकती है।
पिनकान पोंजी घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय ने अधिवक्ता को तलब किया
-ईडी ने पिनकान पोंजी घोटाले की जांच के सिलसिले में वकील संजय बसु को तलब किया है। एजेंसी के सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि बसु बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी के करीबी माने जाते हैं। बसु को कहा गया है कि वे सोमवार को सीजीओ कांप्लेक्स में ईडी के अधिकारियों के समक्ष पेश हों।
पिनकान समूह ने कथित तौर पर अपने हजारों निवेशकों के साथ 800 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है। समूह के प्रबंध निदेशक मनोरंजन राय समेत मुख्य अधिकारियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।