तृणमूल का जगदीप धनखड़ पर हमला- राज्यपाल पद की गरिमा का अपमान करने का लगाया आरोप
तृणमूल का जगदीप धनखड़ पर हमला- राज्यपाल पद की गरिमा का अपमान करने का लगाया आरोप
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने फिर बड़ा हमला बोला। ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन के दौरान तृणमूल विधायक समीर चक्रवर्ती ने आरोप लगाया कि राज्यपाल की भूमिका भाजपा के प्रवक्ता जैसी हो गई है और विपक्षी दल के नेता की तरह वे केवल बंगाल सरकार को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राज्यपाल बंगाल के लोगों का अपमान करने के साथ अपने पद की गरिमा को लगातार गिरा रहे हैं। तृणमूल नेता ने कहा कि राज्यपाल को अपने पद से इस्तीफा देकर प्रदेश भाजपा के कार्यालय में बैठना चाहिए। उन्होंने यह भी चुनौती दी कि उन्हें मुख्यमंत्री बनने की इतनी लालसा है तो वह अगला चुनाव लड़के दिखाएं।
चक्रवर्ती ने सवाल उठाते हुए कहा कि राज्यपाल यदि अपने को राज्य का अभिभावक कह रहे हैं तो कोरोना के समय राज्य सरकार को आर्थिक सहयोग व अन्य प्रकार की मदद के लिए केंद्र सरकार को एक बार भी चिट्ठी क्यों नहीं लिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र राज्य सरकार को 50 हजार करोड़ रुपये का बकाया नहीं दे रही है, इसपर राज्यपाल सवाल क्यों नहीं उठाते हैं? इस मसले पर पत्र क्यों नहीं लिखते हैं?
चक्रवर्ती ने भाजपा पर भी निशाना साधते हुए आरोप लगाया है कि कोरोना महामारी के प्रकोप के बावजूद भाजपा केवल राजनीति कर रही है। उन्होंने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा बंगाल में अपनी स्थिति मजबूत करने के फिराक में है और वह झूठे आंकड़े पेश कर लोगों की लाशों पर राजनीति करना चाह रही है।
वहीं, राज्य के वन मंत्री राजीव बनर्जी ने भी भाजपा पर निशाना साधते हुए बार-बार फेक वीडियो के जरिए तृणमूल सरकार व बंगाल की गरिमा को धूमिल करने की साजिश का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि झूठे आंकड़ों से बंगाल और यहां की जनता को शर्मसार करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कोरोना महामारी के दौर में भी केंद्र सरकार बंगाल के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है। राज्य के हक की राशि भी नहीं मिल रही है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बार-बार आग्रह के बाजवूद इस मसले पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। बंगाल सरकार अपने हक की करोड़ों की बकाया राशि देने की मांग कर रही है, लेकिन इसे तवज्जो नहीं दिया जा रहा है।
भाजपा केवल राजनीति कर रही है और जान-बूझकर बंगाल को ही टार्गेट किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना के प्रकोप की बात करें, तो गुजरात और अन्य भाजपा शासित राज्यों की हालत काफी बुरी है। बंगाल की आबादी के हिसाब से कोरोना के प्रकोप से बखूबी निबटा जा रहा है, इसके बावजूद राज्य को ही निशाना बनाने की कोशिश की जा रही है। ऐसा दर्शाने की कोशिश की जा रही है कि कोरोना का संक्रमण बंगाल के लोगों ने ही फैलाया है। उन्होंने ट्रकों की आवाजाही के लिए बंगाल में बांग्लादेश की सीमा खोले जाने के लिए केंद्र के निर्देश की भी आलोचना की। कहा कि बंगाल में संक्रमण बढ़ाने के लिए केंद्र ऐसा कर रहा है।
तृणमूल विधायक पार्थ भौमिक ने आरोप लगाया कि
पूरा देश कोरोना से लड़ रहा है लेकिन भाजपा तृणमूल से लड़ रही है और झूठ की राजनीति से लोगों को गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा कि बंगाल में कोरोना से मृत्युदर में ज्यादा से ज्यादा वृद्धि दिखाने व साबित करने की कोशिश की जा रही है। भौमिक ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लॉकडाउन के पहले ही अंतरराष्ट्रीय व अंतरराज्यीय विमान सेवा बंद करने की अपील की थी, लेकिन केंद्र ने इसपर कोई ध्यान नहीं दिया। यदि इसे गंभीरता से लिया गया होेता, तो शायद कोरोना का प्रकोप देश में इतना नहीं फैलता।