West Bengal: ममता के भतीजे अभिषेक के विवादित बोल, विजयवर्गीय को बाहरी व दिलीप घोष को बताया गुंडा
Abhishek Banerjee बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के सांसद व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने रविवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व सांसद दिलीप घोष को लेकर अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए उन्हें गुंडा करार दिया।
राज्य ब्यूरो, कोलकता। Abhishek Banerjee: बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। तृणमूल कांग्रेस के सांसद व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने रविवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व सांसद दिलीप घोष को लेकर अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए उन्हें गुंडा करार दिया। अभिषेक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह व भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव व बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय समेत भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को बाहरी भी बताया। दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर स्थित अपने संसदीय क्षेत्र अंतर्गत मुचिशा हाइस्कूल मैदान में एक जनसभा को संबोधित करते हुए तृणमूल सांसद ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष पर करारा हमला बोला।
उन्होंने कहा कि घोष 'गुंडा' हैं। वहीं, भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय द्वारा हाल में यह कहे जाने कि कोई भी स्वाभिमानी व्यक्ति तृणमूल कांग्रेस में नहीं रह सकता, क्योंकि अब इसकी लगाम 'भाइपो' (भतीजे) के हाथों में चली गई है, इसको लेकर भी अभिषेक ने पलटवार किया। उन्होंने विजयवर्गीय ही नहीं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भी चुनौती दी कि यदि उनमें हिम्मत है, तो वे 'भतीजा' नहीं कह, उनका नाम लेकर दिखाएं। अभिषेक ने कहा कि पहले भी मुकुल राय समेत कुछ भाजपा नेताओं ने उनका नाम लेकर गंभीर आरोप लगाये थे, जिसका जवाब व सबक उन्हें अदालत में मिल गया था। यही वजह है कि भाजपा नेता सीधे तौर पर उनका नाम नहीं लेकर 'भतीजा' कह रहे हैं।
मंत्री पद छोड़ने वाले शुभेंदु अधिकारी पर भी साधा निशाना
वहीं, हाल में मंत्री पद छोड़ने वाले कद्दावर नेता शुभेंदु अधिकारी पर भी अभिषेक ने इशारों में निशाना साधा। अभिषेक ने शुभेंदु पर कटाक्ष करते हुए सभा में मौजूद लोगों से सवाल किया कि तृणमूल कांग्रेस के कौन नेता व कार्यकर्ता हैं, जो पैराशूट से उतरें हैं व लिफ्ट से ऊपर चढ़े हैं? उन्होंने कहा कि वह न तो पैराशूट से उतरे हैं और न ही लिफ्ट से ऊपर चढ़े हैं। यदि ऐसा होता, तो वह 35 पदों को संभालते। उन्होंने कहा कि जो लिफ्ट से ऊपर चढ़ते हैं, उनकी अवनति तय है। गौरतलब है कि हाल ही में एक जनसभा में शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया था कि वह 'पैराशूट से नहीं उतरे हैं और न ही लिफ्ट से ऊपर चढ़े हैं।'वह जनता के बीच कार्य करते हुए आगे बढ़े हैं।
विश्वासघात बर्दाश्त नहीं करेंगे तृणमूल कार्यकर्ता
अभिषेक ने इस दौरान यह भी कहा कि तृणमूल कांग्रेस में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का दर्जा 'मां 'का है। उन्होंने केवल पार्टी की ही नहीं, बल्कि राज्य के लोगों के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है। चाहे कोरोना संकट का दौर हो या फिर चक्रवाती तूफान 'एम्फन', हर बुरे वक्त में वह जनता के साथ खड़ी रही हैं और आगे भी रहेंगी। ऐसे में कोई दूसरी पार्टी का होकर बात करेगा, तो यह क्या स्वीकार किया जायेगा? तृणमूल कार्यकर्ता विश्वासघात को कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे। सांसद ने यह भी कहा कि पार्टी में एक-दो लोग ऐसे हैं, जिनके सुर विरोधी हैं। ऐसे लोगों से पार्टी के अस्तित्व पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
भाजपा ने कहा, जनता देगी जवाब
इधर, अभिषेक द्वारा गुंडा कहे जाने पर दिलीप घोष ने कहा कि लोकसभा चुनाव के समय भी वे (अभिषेक) बड़ी-बड़ी बातें करते थे लेकिन जनता ने उन्हें जवाब दे दिया। उन्होंने कहा कि तृणमूल नेताओं की ऐसी ही भाषाएं हैं इसलिए कौन क्या कहता है इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है।