तृणमूल नेता ने कहा- मोदी ताली से रोक सकते तो हमें प्रार्थना में जुटना चाहिए
सरकार के लॉकडाउन के आदेश की खिल्ली उड़ाते हुए तृणमूल नेता अख्तर हुसैन ने कहा अगर मोदी ताली बजाकर कोरोना को रोक सकते हैं तो क्यों न हमें इसे हराने के लिए प्रार्थना में जुटना चाहिए।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। कोरोना वायरस से पूरे विश्व में कोहराम मचा है। लोगों को घरों में रहने के लिए देशभर में 21 दिनों का लॉकडाउन किया गया है। यहां तक कि मुख्यमंत्री व तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी खुद लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग समझाने के लिए सड़क पर उतर रही हैं और दुकानों के सामने गोल घेरा बनाकर जागरूक कर रही हैं। लेकिन कोरोना के खिलाफ उनकी इस मुहिम को उन्हीं की पार्टी के नेता पलीता लगाने में जुटे हैं। एक तृणमूल नेता ने लोगों से कोरोना को मारने के लिए अजान (प्रार्थना) में जुटने की अपील कर रहे हैं। कोलकाता के नाखुदा, टीपू सुल्तान मस्जिद समेत सभी प्रमुख मस्जिदों में सामूहिक नमाज पर रोक लग चुकी है। परंतु, वह मानने को तैयार नहीं है।
केंद्र और राज्य सरकार के लॉकडाउन के आदेश की खिल्ली उड़ाते हुए तृणमूल नेता अख्तर हुसैन ने कहा कि अगर मोदी ताली बजाकर कोरोना को रोक सकते हैं तो क्यों न हमें इसे हराने के लिए प्रार्थना में जुटना चाहिए। पीएम मोदी ने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के दौरान शाम पांच बजे स्वास्थ्यकर्मियों और पुलिस का हौसला बढ़ाने के लिए लोगों से पांच मिनट तक ताली, घंटी या थाली बजाने की अपील की थी।
जब अख्तर हुसैन से उनकी इस अपील के बारे में पूछा तो उन्होंने ढिठाई के साथ कहा कि क्या अब तक कोरोना बीमारी का कोई इलाज पता चला है? अगर हम प्रार्थना के जरिए इससे लड़ना चाहते हैं तो उसमें बुराई क्या है? मैंने कहा है कि कोरोना को अजान से रोका जा सकता है। लोग किसी न किसी तरह सड़क पर आ-जा रहे हैं , तो अगर अजान में लोग आते हैं तो हर्ज ही क्या है?
सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर पीएम मोदी की पहल की उनके विरोधी नेता भी तारीफ कर रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी के अलावा पी चिदंबरम ने भी कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए पीएम की मुहिम का समर्थन किया है। खुद ममता बनर्जी संवाददाता सम्मेलन से लेकर सड़कों पर उतर कर लोगों से हाथ जोड़ कर अपील कर रही हैं कि सोशल डिस्टेंसिंग बनाए। परंतु, उन्हीं के दल के नेता मानने को तैयार नहीं है।
लेकिन तृणमूल नेता का यह रवैया उनके राज्य में कोरोना के खतरे को बढ़ा रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक देशभर में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए अगर सख्त कदम नहीं उठाए गए तो मई तक 13 लाख लोग संक्रमित हो सकते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक कोरोना के मामलों में मृत्यु दर 3.4 फीसद है, जबकि आम फ्लू के संक्रमण में मृत्यु दर एक फीसद ही है।