कोलकाता के गार्डेनरिच के बाद विश्वभारती विश्वविद्यालय, ईडी की जांच से तृणमूल को दोहरी परेशानी
ईडी ने गार्डेनरिच कांड में तृणमूल के दो सांसदों समेत कई को समन जारी किया है। वहीं विश्वभारती मेला प्रांगण तोड़फोड़ में जांच शुरू कर दी है। जल्द तृणमूल नेताओं से पूछताछ करेगी।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : कोलकाता के गार्डेनरिच के बाद विश्वभारती विश्वविद्यालय। मार्च में राहत सामग्री के वितरण को लेकर गार्डेनरिच में तृणमूल के दो गुटों के बीच हुई हिंसा में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तृणमूल के दो पार्षदों सहित सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। ईडी ने मामले में पूछताछ के लिए दो पार्षदों सहित अन्य आरोपितों को समन भेजा है। ईडी का कहना है कि हिंसा में इस्तेमाल किए गए अत्याधुनिक हथियार व गोली बारूद खरीदने में खर्च हुए रुपये के स्रोत का पता लगाने के लिए मुकदमा दायर किया गया है।
इस बार ईडी ने विश्वभारती विश्वविद्यालय के पौष मेला मैदान में हुई तोड़फोड़ को जुटी भीड़ के लिए फंडिंग का पता लगाने के लिए जांच शुरू की है और जल्द ही इस मामले में आरोपित तृणमूल नेताओं से पूछताछ करेगी। बुधवार को ही ईडी की ओर से राज्य के पुलिस महानिदेशक और वीरभूम जिले के अधीक्षक को पत्र लिखकर घटना से जुड़ी एफआइआर पर विस्तृत जानकारी और रिपोर्ट मांगी है। ईडी के इस मामले में एंट्री हो जाने से तृणमूल नेता परेशान हो गए हैं?
निर्माणाधीन दीवार को तोड़ने कई हजार लोग इकट्ठा हुए थे
बताते चलें कि सोमवार को विश्वभारती मेला मैदान में निर्माणाधीन दीवार को तोड़ने के लिए कई हजार लोग इकट्ठा हुए थे। इससे पहले मेला मैदान को बचाने के लिए एक मंच बनाया गया था। उस मंच की ओर से सोशल मीडिया पर पोस्ट करके लोगों को आने के लिए कहा गया था। नतीजतन, बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए, वे स्वस्फूर्त एकत्र हुए या लोगों को इकट्ठा करने के लिए धन की व्यवस्था की गई, ईडी जानना चाहता है। जांच एजेंसी यह भी पता लगाने की कोशिश करेगी कि क्या इस प्रकरण के लिए रुपये का व्यक्तिगत स्तर पर या पर्दे के पीछे किसी संगठन द्वारा व्यवस्था की गई थी।
पुलिस महानिदेशक और बीरभूम पुलिस अधीक्षक को पत्र
पुलिस ने अब तक घटना के संबंध में कुल पांच मामले दर्ज किए हैं। विश्वभारती के आरोपों के आधार पर स्थानीय तृणमूल विधायक और निवर्तमान पार्षदों सहित कई लोगों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए हैं। विश्वभारती के कुलपति बिद्युत चक्रवर्ती के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा पुलिस ने अपनी पहल पर मामला दर्ज किया है। ईडी ने राज्य पुलिस के महानिदेशक और बीरभूम के पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर एफआरआइ और अन्य मामलों में अन्य दस्तावेजों की प्रतियां मांगी हैं।
गार्डेनरिच या विश्वभारती में ईडी की सक्रियता से तृणमूल परेशान
विश्वभारती से भी दस्तावेज मांगे गए हैं। ईडी जांच में मिली जानकारी के आधार पर मामला दर्ज कर सकती है। हालांकि, इस संबंध में राज्य पुलिस की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। लेकिन इस तरह के कानून और व्यवस्था की गड़बड़ी के मद्देनजर ईडी की सक्रियता को लेकर अटकलें शुरू हो गई हैं। ईडी ने गार्डेनरिच हिंसा की जांच शुरू करने के बाद भी यह सवाल उठा था। क्योंकि, अगर अवैध धन शोधन का कोई आरोप है तो ईडी आमतौर पर जांच करता है। परंतु, गार्डेनरिच या विश्वभारती जैसे मामलों में ईडी की सक्रियता से तृणमूल परेशान है।