Bengal Assembly Election 2021: प्रधानमंत्री का ममता बनर्जी को 'दीदी' कहना तृणमूल को पसंद नहीं, महिला नेताओं ने उठाए सवाल
Bengal Assembly Election 2021 भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष ने कहा दीदी कहना असम्मान है और पीएम को सीएम गाली दे रही हैं तो वह क्या है? तृणमूल की तरफ से कहा गया है कि जिस अंदाज से प्रधानमंत्री ने बात की ये महिलाओं का असम्मान है।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। तृणमूल कांग्रेस की महिला नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रधानमंत्री मोदी के उस संबोधन पर सवाल उठाए हैं जिसमें पीएम ने ममता बनर्जी को व्यंगात्मक रूप से दीदी बुलाया था। टीएमसी ने इसे महिलाओं का अपमान बताया है। राज्य की महिला व बाल कल्याण मंत्री शशि पांजा, मेदिनीपुर से तृणमूल की उम्मीदवार व अभिनेत्री जून मालिया ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री को इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करना शोभा नहीं देता। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा था, "दीदी... ओह दीदी... दीदी हार आपके सामने है। अभी इसे स्वीकार करिए। हुगली के लोगों की आवाज सुनिए दीदी..."
तृणमूल की तरफ से कहा गया है कि जिस अंदाज से प्रधानमंत्री ने बात की, ये महिलाओं का असम्मान है। इसलिए उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। साथ ही तृणमूल नेता अनन्या चक्रवर्ती ने तो पीएम की व्यक्तिगत लाइफ और उनकी पत्नी को लेकर भी हमला बोल दिया और कहा कि वह महिलाओंं सम्मान नहीं करते हैं। देखा जाए तो इस चुनावी दौर में दोनों ही पार्टियां एक दूसरे पर दबाव बनाने की कोशिश कर रही हैं। एक तरफ भाजपा ममता बनर्जी पर दबाव बनाने की कोशिश कर रही है वहीं तृणमूल भी पीएम मोदी पर दबाव बनाने का कोई मौका नहीं छोड़ रही।
पीएम को गाली दी जाती है तो कुछ नहीं और दीदी कहना असम्मान हो गयाः भाजपा
तृणमूल की ओर से दिए गए बयान पर भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष अग्नि मित्रा पाल ने भी पलटवार करते हुए कहा कि दीदी कहना किसी का असम्मान है यह तो तृणमूल की महिला नेताओं का अलग राग है। दस वर्षों में जो महिलाओं पर अन्याय हुआ है उससे अब वे लोग इतने घबरा गए हैं कि पीएम यदि दीदी कह रहे हैं तो उस पर भी आपत्ति है। ममता बनर्जी जब पीएम को तूम और तड़ाक करती हैं, गाली देती हैं तो वह जायज हो जाता है। उस पर तृणमूल की महिला नेता कुछ क्यों नहीं कहती हैं।
बंगाल की 294 विधानसभा सीटों पर आठ चरणों में वोटिंग होनी है। 27 मार्च और 1 अप्रैल को दो चरणों में वोटिंग हो चुकी है। तीसरे चरण की वोटिंग अब 6 अप्रैल को होगी। पहले दोनों चरणों में 60 सीटों पर 80 फीसद से ज्यादा वोटिंग हुई है। इसके बाद चौथे चरण में 44 सीटों पर 10 अप्रैल को, पांचवें चरण में 45 सीटों पर 17 अप्रैल को, छठे चरण में 43 सीटों पर 22 अप्रैल को, सातवें चरण में 36 सीटों पर 26 अप्रैल को और आठवें और अंतिम चरण में 35 सीटों पर 29 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। वहीं, पांच राज्यों में एक साथ 2 मई को नतीजे घोषित किए जाएंगें।