तृणमूल कांग्रेस ने लगाया आरोप- मुकुल रॉय ने हलफनामे में छुपाया नारद मामले में आरोपित होने की बात
सुवेंदु अधिकारी ने हलफनामे में नारद मामले का जिक्र किया लेकिन यह नहीं बताया कि किन धाराओं के तहत इसे दर्ज किया गया था। तृणमूल ने आरोप लगाया है कि मुकुल रॉय ने अपने हलफनामे में नारद स्टिंगऑपरेशन में आरोपित होने की बात छुपाया थी।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि बंगाल में हाल में हुए विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन भरते समय भाजपा नेता मुकुल रॉय ने अपने हलफनामे में नारद स्टिंगऑपरेशन में आरोपित होने की बात छुपाया थी। बताते चलेंं कि नारद स्टिंग ऑपरेशन मामले में सीबीआइ ने तृणमूल कांग्रेस के दो मंत्रियों और एक विधायक के साथ पार्टी के पूर्व नेता को सोमवार को गिरफ्तार किया था।
इस बीच तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष ने आरोप लगाया कि भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने अपने हलफनामे में नारद मामले का जिक्र किया, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि किन धाराओं के तहत इसे दर्ज किया गया था। घोष ने कहा कि उम्मीदवार के लिए उसके खिलाफ दर्ज मामलों का हलफनामे में जिक्र करना आवश्यक है। मुकुल रॉय ने अपने हलफनामे में नारद मामले को पूरी तरह छुपाया।
टीएमसी का आरोप है कि जब सीबीआइ इस पूरे मामले की जांच कर रही है तो फिर कार्रवाई सिर्फ टीएमसी के मंत्रियों और विधायकों पर क्यों हुई? तो इसका जवाब ये है कि सुवेंदु अधिकारी, सौगत रॉय, काकोली घोष और प्रसून बनर्जी के खिलाफ सीबीआइ ने कार्रवाई की अनमुति मांगी हुई है, लेकिन लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने अब तक इस पर अपनी सहमति नहीं दी है, जिसकी वजह से कार्रवाई रुकी हुई है। ये सभी 2014 में टीएमसी के सांसद थे और सीबीआइ को उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए लोक सभा स्पीकर की अनुमति जरूरी है। सूत्रों के मुताबिक सीबीआइ एक बार फिर लोकसभा अध्यक्ष को इस मामले में पत्र देने जा रही है।