West Bengal Assembly Election 2021: बंगाल में तृणमूल व भाजपा के लोकसभा सदस्य हुए 20-20
West Bengal Assembly Election 2021 लोस चुनाव में तृणमूल ने 22 व भाजपा ने 18 सीटों पर दर्ज की थी जीत तृणमूल के दो सांसदों के भाजपा में शामिल होते ही संख्या हुई समान 22 सीटें जीतने वाली तृणमूल कांग्रेस के पास महज 19 सांसद ही बच जाएंगे।
कोलकाता, जयकृष्ण वाजपेयी। 2019 के लोकसभा चुनाव में 42 सीटों में से तृणमूल कांग्रेस ने 22, भाजपा ने 18 और कांग्रेस ने दो सीटों पर जीत दर्ज की थी। परंतु, दो वर्ष के भीतर बिना चुनाव लड़े ही भाजपा और तृणमूल के लोकसभा सदस्यों की संख्या समान यानी 20-20 हो गई। यही नहीं आगामी कुछ दिनों में हो सकता है कि भाजपा सांसदों की संख्या 21 और तृणमूल की 19 हो जाए।
दरअसल, दुर्गापुर से तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुनील मंडल पिछले 19 जनवरी को भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद 21 मार्च को कांथी से तृणमूल सांसद शिशिर अधिकारी भी भाजपा में शामिल हो गए। अब खबर है कि एक और सांसद दिव्येंदु अधिकारी भी भाजपा में शामिल हो सकते हैं। ऐसे में 22 सीटें जीतने वाली तृणमूल कांग्रेस के पास महज 19 सांसद ही बच जाएंगे। भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस को सिर्फ लोकसभा ही नहीं राज्यसभा में भी झटका दे दिया है। क्योंकि, कद्दावर नेता दिनेश त्रिवेदी तृणमूल कांग्रेस और राज्यसभा के सदस्य पद से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो चुके हैं। बंगाल के सियासी इतिहास में पहला मौका है जब राज्य के सत्तारूढ़ दल के सांसद अपनी पार्टी को छोड़कर विपक्षी खेमे में शामिल हुए हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि विधानसभा चुनाव के दौरान इस तरह से सांसद का पार्टी छोडऩा विरल घटना है। भले ही तृणमूल नेतृत्व सांसद सुनील मंडल और शिशिर अधिकारी के भाजपा में शामिल होने को गद्दारी करार दे। परंतु, इसके मायने बड़े हैं। तीन वर्ष पहले देखा गया था कि सांसद मौसम बेनजीर नूर कांग्रेस छोड़कर तृणमूल में शामिल हुई थीं। परंतु, 2019 के चुनाव में वह हार गईं। अब तृणमूल के सांसद पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं। हालांकि, भाजपा में भी दो मई के बाद तस्वीर बदल सकती है। क्योंकि, विधानसभा चुनाव में भगवा कैंप ने अपने चार सांसदों लॉकेट चटर्जी, निशिथ प्रमाणिक, जगन्नाथ सरकार और केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को मैदान में उतार दिया है। यदि ये सभी विधानसभा चुनाव जीत जाते हैं तो सांसद पद छोडऩा होगा और तब भाजपा के लोकसभा सदस्यों की संख्या 20 से 16 हो जाएगी।