चक्का जाम आंदोलन से हटे आदिवासी, तेजी से सामान्य हो रही ट्रेन परिसेवा
9 सूत्री मांगों के समर्थन में आहूत रेल व चक्का जाम आंदोलन रात्रि 2 बजे के बाद रोक दिया गया। उसके बाद से खड़गपुर सम्भाग में ट्रेन परिसेवा सामान्य हो रही है।
खड़गपुर, जेएनएन। भारत जकात माझी परगना महल की ओर से 9 सूत्री मांगों के समर्थन में सोमवार को आहूत रेल व चक्का जाम आंदोलन मध्य रात्रि 2 बजे के बाद रोक दिया गया। उसके बाद से खड़गपुर सम्भाग में ट्रेन परिसेवा तेजी से सामान्य हो रही है।
मंगलवार की सुबह लगभग 8:22 बजे 12021 अप हावड़ा-बडबिल जनशतब्दी एक्सप्रेस को खड़गपुर स्टेशन से टाटानगर के लिये रवाना की गईं। वहीं हावड़ा-पुरुलिया रुपशी बांग्ला एक्सप्रेस भी सुबह 8 बजे के बाद गंतव्य को रवाना हुई। एक्सप्रेस के अलावा हावड़ागामी कई लोकल ट्रेनें भी गंतव्य की ओर रवाना हुईं।
ट्रेन परिसेवा सामान्य होने से यात्रियों के साथ-साथ रेल प्रशासन ने भी चैन की सांस ली। हालांकि आंदोलन के कारण लगभग सभी ट्रेनें अपने निर्धारित समय से विलम्ब होकर चल रही हैं। खड़गपुर रेल मंडल के वरिष्ठ वाणिज्यिक प्रबंधक कुलदीप तिवारी ने कहा कि रात 2 बजे के बाद आंदोलनकारी रेलवे ट्रेक से हटे। ट्रेनों का परिचालन भी सामान्य हो रहा है।
जल्द ही स्थिति स्वाभाविक हो जाएगी। बताते चलें कि विश्वविद्यालय स्तर तक ओलिचिकी लिपि को मान्यता देने, बड़ी संख्या में संथाली भाषा के शिक्षकों की नियुक्ति तथा शिक्षकों के तबादले पर रोक समेत कुल 9 सूत्री मांगों के समर्थन में माझी परगना महल ने सोमवार को रेल व चक्का जाम आंदोलन की घोषणा की थी।
तय कार्यक्रम के तहत सोमवार की सुबह छह बजे से खड़गपुर-टाटानगर संभाग के खेमाशुलि, खड़गपुर-आद्रा संभाग के शालबनी, बांकुड़ा में छातना, खड़गपुर-हावड़ा संभाग के बालीचक और खड़गपुर-भद्रक संभाग के जालेश्वरव बालासोर स्टेशनों पर रेल अवरोध शुरू किए जाने से दर्जनों की संख्या में ट्रेनें विभिन्न स्टेशनों पर खड़ी हो गई थीं। इस वजह से हजारों की संख्या में रेल यात्री बीच के स्टेशनों पर फंसे रहे।