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फिल्म निर्देशक अपर्णा सेन के खिलाफ देशद्रोह का आरोप, भाजपा नेता ने थाने में दर्ज कराई शिकायत

अपर्णा सेन द्वारा सीमा सुरक्षा बल के जवानों को कथित रूप से ‘दुष्कर्मी’ और ‘ हत्यारा’ कहने के बाद के भाजपा नेता कल्याण चौबे ने उन्हें नोटिस भेजा था। हालांकि नोटिस के 60 दिन बाद भी कोई जवाब नहीं देने पर अपर्णा के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।

By Vijay KumarEdited By: Published: Mon, 17 Jan 2022 10:50 PM (IST)Updated: Mon, 17 Jan 2022 11:37 PM (IST)
फिल्म निर्देशक अपर्णा सेन के खिलाफ देशद्रोह का आरोप, भाजपा नेता ने थाने में दर्ज कराई शिकायत
कोलकाता के उल्टाडांगा थाने में द्रेशद्रोह का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज

राज्य ब्यूरो कोलकाता : मशहूर बंगाली अभिनेत्री व फिल्म निर्देशक अपर्णा सेन के खिलाफ भाजपा नेता कल्याण चौबे ने कोलकाता के उल्टाडांगा थाने में द्रेशद्रोह का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है।उन्होंने कहा कि अपर्णा सेन ने पिछले साल नवंबर में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों के खिलाफ दुष्कर्मी सहित लगाए गए गंभीर आरोपों को वापस नहीं लिया और न ही माफी नहीं मांगी। इसलिए इस संबंध में उन्होंने उल्टाडांगा थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।

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भाजपा नेता ने पुलिस आयुक्त और डीसी ईएसडी को भी पत्र भेजा है। भाजपा नेता ने मांग की है कि पुलिस अपर्णा के खिलाफ उचित कार्रवाई करे। भाजपा नेता ने यह भी चेतावनी दी कि अगर पुलिस ने मामले में कार्रवाई नहीं की तो वह अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे। अपर्णा सेन द्वारा सीमा सुरक्षा बल के जवानों को कथित रूप से ‘दुष्कर्मी’ और ‘ हत्यारा’ कहने के बाद के भाजपा नेता कल्याण चौबे ने उन्हें एक नोटिस भेजा था। हालांकि नोटिस के 60 दिन बाद भी कोई जवाब नहीं देने पर अपर्णा के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।

बता दें कि इससे पहले बंगाल विधानसभा में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के विधायक उदयन गुहा ने दावा किया था कि सीमावर्ती क्षेत्र में तलाशी की आड़ में बीएसएफ के जवान महिलाओं को गलत तरीके से छूते हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि वे (बीएसएफ) भारत माता की जय कितना भी बोल लें, वे देशभक्त नहीं हो सकते। उनके इस बयान के बाद बवाल मच गया था।

भाजपा विधायकों ने इसका कड़ा विरोध किया था और इस टिप्पणी को अस्वीकार्य बताया था। वहीं, बीएसएफ ने भी तृणमूल विधायक के दावे को खारिज करते हुए इसे निराधार और दुर्भाग्यपूर्ण बताया था। बता दें कि केंद्र सरकार ने हाल में बंगाल, असम व पंजाब में बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को 15 किलोमीटर से बढ़ाकर 50 किलोमीटर करने का फैसला किया है। बंगाल सरकार अधिकार क्षेत्र बढ़ाए जाने के कदम का पुरजोर विरोध कर रही है। बंगाल विधानसभा में इसके खिलाफ प्रस्ताव भी पारित किया गया है।


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