बालीगंज से टॉलीगंज तक ट्राम का हुआ ट्रायल रन, ढाई महीने बाद फिर से बहाल हो सकती है सेवा
महानगर की सड़कों पर ढाई महीने बाद फिर से ट्राम चलती नजर आएंगी। परिवहन विभाग ने ट्राम सेवा बहाल करने की दिशा में काम शुरू कर दिया है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : महानगर की सड़कों पर ढाई महीने बाद फिर से ट्राम चलती नजर आएंगी। परिवहन विभाग ने ट्राम सेवा बहाल करने की दिशा में काम शुरू कर दिया है। बालीगंज से टॉलीगंज तक ट्राम का ट्रायल रन किया गया। अगले सप्ताह के मध्य से ट्राम सेवा बहाल होने की उम्मीद है।
ट्राम कोलकाता में यातायात का सबसे पुराना साधन है। सरकारी और निजी बसें सड़कों पर उतर चुकी हैं लेकिन तादाद काफी कम है। मेट्रो सेवा अभी शुरू नहीं हुई है, जिसके कारण जन परिवहन पर काफी दबाव है। इसी दबाव को कुछ हद तक कम करने के लिए ट्राम सेवा की दोबारा शुरुआत की जा रही है। परिवहन विभाग के अनुसार फिलहाल एस्प्लानेड से खिदिरपुर, एस्प्लानेड से हाथीबगान और बालीगंज से टॉलीगंज तक ट्राम सेवा शुरू करने की तैयारी की जा रही है। सबसे पहले बालीगंज से टॉलीगंज रूट पर ट्राम चलेंगी। यातायात के अन्य साधनों की तरह ट्राम में भी यात्रियों के लिए मास्क या फेस शील्ड का उपयोग करना अनिवार्य होगा। कंडक्टर को थर्मल गन मुहैया कराने की भी कोशिश की जा रही है। यात्रियों को सीट नहीं मिलने पर खड़े नहीं होने दिया जाएगा यानी जितनी सीटें होंगी, उतने ही लोगों को ट्राम में चढ़ाया जाएगा।
ट्राम सेवा शुरू करने को लेकर एक समस्या यह है कि कोलकाता में कई स्थानों पर सुपर साइक्लोन 'एम्फन' के कारण पेड़ गिरने से ट्राम लाइन क्षतिग्रस्त हो गई हैं। परिवहन विभाग जल्द उन ट्राम लाइन की मरम्मत शुरू करना चाहता है। दूसरी ओर ट्राम के तार भी तूफान की वजह से कई जगह टूट गए हैं। उनकी मरम्मत का काम भी अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। परिवहन विभाग ने फिलहाल एक कोच वाली ट्राम चलाने का फैसला किया है। विभिन्न डिपो में एक कोच वाली ट्राम के निर्माण पर पहले से ही जोर दिया जा रहा है। ट्राम को आरामदायक सवारी के तौर पर देखा जाता है। विशेषकर, बुजुर्ग इसे काफी पसंद करते हैं।