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अब तंबाकू उत्पाद के पैकेट पर लिखना होगा क्विट फोन नंबर

केंद्र सरकार ने अधिसूचना जारी कर दिए हैं निर्देश, एक सितंबर से होगा प्रभावी। जेएनएन, कोलकाता: त

By JagranEdited By: Published: Wed, 04 Apr 2018 11:59 PM (IST)Updated: Wed, 04 Apr 2018 11:59 PM (IST)
अब तंबाकू उत्पाद के पैकेट पर लिखना होगा क्विट फोन नंबर
अब तंबाकू उत्पाद के पैकेट पर लिखना होगा क्विट फोन नंबर

केंद्र सरकार ने अधिसूचना जारी कर दिए हैं निर्देश, एक सितंबर से होगा प्रभावी।

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जेएनएन, कोलकाता: तंबाकू की लत को छोड़ने वालों के लिए केंद्र सरकार ने तंबाकू छोड़ो नंबर (क्विट टेलीफोन नंबर) जारी की है। तंबाकू उत्पादन और बिक्री करने वाली कंपनियों को तंबाके के पैकेट पर क्विट नंबर 1800-11-2356 दर्ज करना अनिवार्य कर दिया गया है।

सरकार की नई चेतावनी इसी वर्ष एक सितंबर से लागू होगी। वायॅस ऑफ टोबेको विक्टिमस (वीओटीवी) व नारायणा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के कैंसर रोग विशेषज्ञ डा सौरव दत्ता का कहना है कि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने 3 अप्रैल, 2018 को जारी अधिसूचना में कहा है कि तंबाकू पैकेटों पर 85 प्रतिशत की नई पैक चेतावनी होगी, जिसमें तंबाकू उपयोग के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव और तंबाकू सेवन की लत को छोड़ने वालों के लिए तंबाकू छोड़ो नंबर लिखना अनिवार्य होगा। अधिसूचना के अनुसार अब तंबाकू के हर उत्पाद के पैकेट पर तंबाकू से कैंसर होता है और तंबाकू के कारण दर्दनाक मौत होती है के संदेश के साथ तंबाकू छोड़ो नंबर 1800-11-2356 लिखा होगा। केंद्र सरकार ने ग्लोबल अडल्ट टोबेको सर्वे रिपोर्ट 2017 के परिणामों को देखकर तंबाकू छोड़ो नंबर (क्विट लाइन नंबर) को शुरू किया है। इस सर्वे में 62 फीसद सिगरेट धूमपान करने वालों, 54 फीसद बीड़ी धूम्रपान करने वालों और 46 फीसद धुएं रहित तंबाकू उत्पादों के उपयोगकर्ताओं ने तंबाकू उत्पादों पर सचित्र चेतावनी लेबल देखकर छोड़ने का सोचा था।

टाटा मेमोरियल अस्पताल के कैंसर सर्जन डॉ पंकज चतुर्वेदी के अनुसार भारत में तंबाकू के उपयोग के कारण हर साल करीब 12 लाख मौतें होती हैं। कैंसर और फेफड़ों के विकारों सहित अन्य कई तरह के रोग सीधे तौर पर तंबाकू के उपयोग के कारण होते हैं। भारत में लगभग 50 फीसद कैंसर तंबाकू से हो रहा है और 9 फीसद मुंह कैंसर के रोगी इलाज के 12 महीने के भीतर मर जाते हैं। डॉ चतुर्वेदी उस समिति के भी सदस्य हैं, जिसने तंबाकू उत्पादों के पैकेटों पर चेतावनी लिखने को अंतिम रूप दिया है। संबध हेल्थ फाउडेशन (एसएचएफ) के ट्रस्टी संजय सेठ ने कहा कि इस अधिसूचना जारी होने के बाद महत्वपूर्ण यह है कि तंबाकू उत्पादों के पैकेटों पर तंबाकू छोड़ो नंबर की छपाई उपयोगक्ताओं को तंबाकू छोड़ने में सहायता करेगा।


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