विजय रुपाणी को ‘बलि का बकरा’ बनाया गया, गुजरात भाजपा में अंदरूनी कलह के चलते इस्तीफा आया: टीएमसी
टीएमसी के राज्यसभा सदस्य सुखेंदु शेखर राय ने कहा भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में गुजरात में कुशासन रहा है लेकिन रूपाणी के अचानक इस्तीफा देने के पीछे यह कोई कारण नहीं है और उनका इस्तीफा भगवा पार्टी की प्रदेश इकाई में अत्यधिक अंदरूनी कलह के चलते आया है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने शनिवार को आरोप लगाया कि गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी को बलि का बकरा बनाया गया और प्रदेश भाजपा में अत्यधिक अंदरूनी कलह के चलते उन्होंने त्यागपत्र दिया है। रूपाणी (65) ने दिसंबर 2022 में 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा के लिए होने वाले चुनावों से करीब साल भर पहले शनिवार को इस्तीफा दे दिया।
टीएमसी के राज्यसभा सदस्य सुखेंदु शेखर राय ने कहा, भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में गुजरात में कुशासन रहा है, लेकिन रूपाणी के अचानक इस्तीफा देने के पीछे यह कोई कारण नहीं है और उनका इस्तीफा भगवा पार्टी की प्रदेश इकाई में अत्यधिक अंदरूनी कलह के चलते आया है।
उन्होंने कहा, हम हैरान हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में भाजपा शासन की सभी ओर नाकामी के बावजूद इस्तीफा क्यों नहीं दे रहे हैं? बता दें कि इस्तीफा देने के बाद विजय रुपाणी ने कहा कि गुजरात की विकास यात्रा में मुझे योगदान का मौका मिला। गुजरात की विकास यात्रा नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ती रहनी चाहिए। यह ध्यान में रखते हए पद छोड़ रहा हूं। साथ ही उन्होंने कहा कि जिम्मेदारी देने के लिए पीएम मोदी के प्रति आभार व्यक्त करता हूं।
रुपाणी ने लिखित बयान पढ़ते हुए कहा, 'भाजपा ने मुझे गुजरात के मुख्यमंत्री जैसी अहम जिम्मेदारी दी। मैंने इस दायित्व को अच्छी तरह से निभाते हुए अपने कार्यकाल के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ विशेष मार्गदर्शन मिलता रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में गुजरात समग्र विकास तथा सर्वजन कल्याण के पथ आगे बढ़ते हुए नए आयामों को छुआ है।' उन्होंने यह भी कहा कि आगे वह संगठन का काम करेंगे और पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी उस दायित्व को निभाएंगे।