West Bengal: तृणमूल से भाजपा में शामिल हुए सांसद सुनील मंडल के वाहन पर हमला, अमित शाह ने मांगी रिपोर्ट
West Bengal पुलिस ने बताया कि घटना उस समय घटी जब मंडल हेस्टिंग्स में भाजपा के दफ्तर जा रहे थे। भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने आरोप लगाया कि एक कार्यक्रम में भाग ले रहे कुछ तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनकी कार रोकी।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। West Bengal: पिछले हफ्ते ही तृणमूल कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए बर्द्धमान पूर्व से सांसद सुनील मंडल को शनिवार को उस वक्त राजधानी कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा, जब वह यहां पहली बार भाजपा के चुनाव कार्यालय जा रहे थे। पुलिस ने बताया कि घटना उस समय घटी जब मंडल हैस्टिंग्स में भाजपा के दफ्तर जा रहे थे। भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने आरोप लगाया कि एक कार्यक्रम में भाग ले रहे कुछ तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पहले मंडल की कार रोकी। फिर वे उन्हेंं भाजपा के दफ्तर जाने से रोकने के लिए सड़क पर बैठ गए।
उन्होंने कहा कि तृणमूल कार्यकर्ताओं ने मंडल की कार पर पत्थर भी बरसाए, जिसमें वाहन को काफी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि इसके बाद तृणमूल कार्यकर्ताओं और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई। दोनों पक्षों के बीच हाथापाई में कई कार्यकर्ता घायल हो गए। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति संभाली, जिसके बाद मंडल की कार वहां से निकल सकी। वहीं, इस घटना पर सांसद सुनील मंडल ने कहा, इससे तृणमूल का असली चेहरा सामने आ गया। वे किसी भी लोकतांत्रिक नियम को नहीं मानते। जन प्रतिनिधि से क्या इस तरह का बर्ताव किया जाता है?
उल्लेखनीय है कि कद्दावर नेता सुवेंदु अधिकारी सहित तृणमूल के सात विधायकों के साथ सांसद सुनील मंडल 19 दिसंबर को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुए थे। इधर, तृणमूल ने इस घटना को दल-बदलुओं के खिलाफ लोगों का आक्रोश बताया। तृणमूल सांसद सौगत रॉय ने कहा, दल-बदलुओं के खिलाफ लोगों का आक्रोश था और विरोध प्रदर्शन अकस्मात शुरू हुआ।
कैलाश विजयवर्गीय ने गृहमंत्री अमित शाह से की घटना की शिकायत, शाह ने मांगी रिपोर्ट
इधर, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव व बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने पार्टी सांसद पर हुए हमले एवं भाजपा व तृणमूल कार्यकर्ताओं में हुई हाथापायी की घटना की शिकायत केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से की है। इसके बाद गृहमंत्री ने पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है। भाजपा का दावा है कि तृणमूल कार्यकर्ताओं के हमले में कई पार्टी कार्यकर्ता घायल हो गए। दूसरी ओर, तृणमूल ने इसमें अपना हाथ होने से इन्कार किया है।