टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा- पूर्व मेदिनीपुर में तटबंध निर्माण के लिए धन का दुरुपयोग, होगी कार्रवाई
ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक ने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकारी धन का जिन्होंने भी दुरुपयोग किया है उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। लोग यह जानते हैं कि सिंचाई विभाग का प्रभारी कौन थाजिसने समुद्र के पानी को बहने से रोकने के लिए सुरक्षा दीवार बनाई और तटबंधों को बनाया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी और उनके सांसद पिता शिशिर अधिकारी पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा कि पूर्व मेदिनीपुर में तटबंधों के निर्माण के लिए आवंटित धन का “दुरुपयोग” किया गया। यहां हाल ही में चक्रवात 'यास' की वजह से आई बाढ़ के कारण लोग बेघर हो गए थे।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक ने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकारी धन का जिन्होंने भी दुरुपयोग किया है उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। कांथी से लोकसभा सांसद शिशिर अधिकारी ने हालांकि दावा किया कि दीघा-शंकरपुर विकास प्राधिकरण (डीएसडीए) के अध्यक्ष के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान लगभग 90 फीसद काम किया गया था और बाकी को आने वाले सर्दी के मौसम के अंत तक पूरा किया जाना था।
गौरतलब है कि उन्हें इस साल की शुरुआत में टीएमसी ने पद से हटा दिया था और कुछ ही समय बाद वे अपने बेटे के नक्शेकदम पर चलते हुए भाजपा में शामिल हो गए। वहीं, टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने पिता-पुत्र का नाम लिए बिना कहा कि यह स्पष्ट रूप से जाहिर है कि जब समुद्र के किनारे सड़क का निर्माण हुआ उस वक्त डीएसडीए का प्रबंधन किसके पास था। उन्होंने कहा कि लोग यह भी अच्छी तरह से जानते हैं कि सिंचाई विभाग का प्रभारी कौन था, जिसने समुद्र के पानी को बहने से रोकने के लिए तट के किनारे सुरक्षा दीवार बनाई और तटबंधों को बनाया।
पिछले साल दिसंबर में भाजपा में शामिल होने वाले सुवेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी की पिछली कैबिनेट में परिवहन, सिंचाई और जलमार्ग विभाग संभाला था। 25 मई को बंगाल में आए चक्रवाती तूफान 'यास' ने पूर्व मेदिनीपुर और दक्षिण 24 परगना समेत अन्य जगहों पर तबाही मचा दी।
डायमंड हार्बर सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले बनर्जी ने कहा "पैसे का दुरुपयोग किया गया... ठीक से उपयोग नहीं किया गया। इसके परिणामस्वरूप घटिया काम हुआ। ऐसे काम की जिम्मेदारी संभालने वाले लोगों को जनता की बिल्कुल चिंता नहीं होती है। क्या उन्हें यह अनुमान हो गया था कि एक दिन उनका घटिया काम सामने आ जाएगा और उन्होंने पार्टी छोड़ दी?" उन्होंने आगे रेखांकित किया कि "सभी भ्रष्ट नेताओं को चिह्नित किया जाएगा और उनके द्वारा किए गए घटिया काम के लिए जवाबदेह ठहराया जाएगा।"