पार्टी फंड में वित्तीय योगदान को पारदर्शी बनाने में जुटी तृणमूल
जागरण संवाददाता कोलकाता अगले साल होने वाले नगर निकाय चुनाव व 2021 विधानसभा चुनाव से पहले बंगा
जागरण संवाददाता, कोलकाता : अगले साल होने वाले नगर निकाय चुनाव व 2021 विधानसभा चुनाव से पहले बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पार्टी फंड को पारदर्शी बनाने में जुट गई है। पार्टी फंड में सांसदों व विधायकों की ओर से जमा की जाने वाली राशि को पारदर्शी बनाने के लिए अब पैन कार्ड की जेराक्स कापी जमा करने को कहा गया है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि सांसदों व विधायकों से पैन कार्ड फोटोस्टेट मांगना, पार्टी फंड में वित्तीय योगदान को पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से लिया गया फैसला है।
उल्लेखनीय है कि तृणमूल कांग्रेस में विधायक दल व संसदीय दल के लिए दो अलग फंड है। विधायक प्रत्येक महीने मासिक तनख्वाह से एक हजार जबकि सांसद 10 हजार की राशि जमा करते हैं। यदि किसी महीने में चुनाव होना रहता है तो उसके पहले वाले महीने में विधायक व सांसद अपनी पूरी तनख्वाह फंड में जमा कराते हैं और ऐसा पहले से ही निर्देश जारी है। सूत्रों ने बताया कि विधायकों के फंड का हिसाब-किताब खाद्यमंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक रखते हैं और इसके लिए कोलकाता के एसबीआइ बैंक में एक अकाउंट है।
लेकिन सवाल यह कि यदि नियमानुसार विधायक व सांसद पार्टी फंड में पैसा जमा कराते ही हैं तो फिर पैन कार्ड नंबर की क्या आवश्यकता है? इस पर तृणमूल नेतृत्व की ओर से कोई आधिकारिक जवाब नहीं मिला है लेकिन एक सूत्र ने कहा कि ऐसा बैंक के निर्देशानुसार अनुसार वित्तीय लेनदेन को पारदर्शी बनाने के लिए किया जा रहा है। वहीं नाम नहीं छापने के शर्त पर एक मंत्री ने कहा कि कई बार पार्टी फंड को लेकर सवाल खड़ा होता है, ऊपर से केंद्रीय जांच एजेंसी की नजर फंड पर है ऐसे में यह आवश्यक हो जाता है कि हम पहले से ही पारदर्शी रहें ताकि कोई उंगली ना उठा सके।
उधर, सूत्रों का कहना है कि असल में केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की नजर तृणमूल के पार्टी फंड पर है। कौन विधायक अथवा सांसद पार्टी फंड में पैसा जमा कर रहा है, उसके आमदनी का जरिया क्या है यह जानने के लिए निजी खाता संख्या अथवा पैन नंबर की आवश्यकता होती है, और यही वजह है जो तृणमूल की ओर से पैन कार्ड नंबर जमा करने का निर्देश विधायकों व सांसदों को दिया गया है।