Bengal Chunav: हॉट सीट- नलहाटी में तृणमूल को पटखनी देने के लिए बेताब भाजपा व फॉरवर्ड ब्लॉक
Bengal Chunav बीरभूम जिले की इस महत्वपूर्ण सीट पर इस बार है कांटे का मुकाबला। 1977 से 2011 तक इस सीट पर सात बार फॉरवर्ड ब्लॉक व एक बार कांग्रेस का रहा है कब्जा। इस सीट पर आठवें व अंतिम चरण में 29 अप्रैल को मतदान है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बीरभूम जिले की महत्वपूर्ण नलहाटी सीट पर भी इस बार कांटे का मुकाबला है। फिलहाल इस सीट पर तृणमूल कांग्रेस का कब्जा है, लेकिन सत्तारूढ़ दल को पटखनी देने के लिए भाजपा व फॉरवर्ड ब्लॉक यहां जोर आजमाइश कर रही है। इस सीट पर आठवें व अंतिम चरण में 29 अप्रैल को मतदान है और इस बार यहां त्रिकोणीय मुकाबला देखा जा रहा है। 2016 के चुनाव में तृणमूल के मोइनुद्दीन शम्स ने फॉरवर्ड ब्लॉक के दीपक चटर्जी को 10,328 वोटों से हराकर इस सीट पर कब्जा जमाया था। तृणमूल ने इस बार निवर्तमान विधायक मोइनुद्दीन शम्स की जगह राजेंद्र प्रसाद सिंह को प्रत्याशी बनाया है।
वहीं, भाजपा से तापस कुमार यादव जबकि संयुक्त मोर्चा की तरफ से फॉरवर्ड ब्लॉक के दीपक चटर्जी मैदान में हैं, जो 2016 में दूसरे स्थान पर रहे थे। दीपक चटर्जी ने इससे पहले साल 2006 में कांग्रेस उम्मीदवार अब्दुल वालिद मुल्ला को 10,167 वोटों से हराकर इस सीट पर जीत दर्ज की थी।चटर्जी चौथी बार इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, भाजपा भी इस सीट पर जीत के लिए अपनी पूरी ताकत लगाई हुई है। भाजपा के हेवीवेट नेताओं व केंद्रीय मंत्री तक पार्टी प्रत्याशी के समर्थन में यहां सभा कर चुके हैं। इधर, फॉरवर्ड ब्लॉक के प्रत्याशी भी क्षेत्र में अच्छी तरह परिचित हैं। इसीलिए इस सीट पर इस बार तृणमूल के लिए राह आसान नहीं है।
फॉरवर्ड ब्लॉक का इस सीट पर रहा है दबदबा
आंकड़ों पर नजर डालें तो इस सीट पर फॉरवर्ड ब्लॉक का दबदबा रहा है। 1977 से 2011 तक इस सीट पर सात बार फॉरवर्ड ब्लॉक जबकि एक बार कांग्रेस का कब्जा रहा है। 2011 में इस सीट से पूर्व राष्ट्रपति दिवंगत प्रणब मुखर्जी के पुत्र व कांग्रेस नेता अभिजीत मुखर्जी ने जीत दर्ज की थी। उन्होंने फॉरवर्ड ब्लॉक के दीपक चटर्जी को ही 15,160 वोटों से हराया था।
तीनों दल के प्रत्याशी अपनी-अपनी जीत का कर रहे दावा
इधर, तीनों ही दलों तृणमूल, भाजपा व फॉरवर्ड ब्लॉक के प्रत्याशी इस सीट पर अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। तृणमूल प्रत्याशी राजेंद्र प्रसाद सिंह का कहना है कि पिछले 10 वर्षों में तृणमूल सरकार ने राज्य का काफी विकास किया है। यहां की जनता तृणमूल सरकार के कामकाज से काफी खुश हैं। इस बार भी उन्हें जिताएगी। वहीं, फॉरवर्ड ब्लॉक के प्रत्याशी दीपक चटर्जी का कहना है कि चुनाव के मैदान में लड़ाई कांटेदार ही होती है लेकिन जीत किसी एक की होती है। वह अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं। जीत का सेहरा किसके सिर बंधेगा यह तो मतदाता तय करेंगे। वहीं, भाजपा प्रत्याशी तापस कुमार यादव का कहना है कि तृणमूल के शासनकाल में बीरभूम में विशेषकर नलहाटी क्षेत्र में काफी अशांति रही। इलाके में शांति वापस लाने के लिए भाजपा की जीत जरूरी है। तभी क्षेत्र का विकास हो पाएगा।