कोलकाता से रवाना होने वाली लंबी दूरी की बसों में थर्मल स्क्रीनिंग शुरू
कोलकाता से रवाना होने वाली लंबी दूरी की बसों में थर्मल स्क्रीनिंग शुरू। दुर्गापुर की घटना के मद्देनजर उठाया गया कदम लंबी दूरी की हैं लगभग 3500 बसें।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। कोलकाता से रवाना होने वाली लंबी दूरी की बसों में थर्मल स्क्रीनिंग शुरू की गई है। विशेष रूप से उत्तर बंगाल के लिए चलने वाली सभी बसों में थर्मल स्क्रीनिंग को अनिवार्य कर दिया गया है। दुर्गापुर की घटना के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले दुर्गापुर के एक व्यक्ति ने शिकायत की थी कि दक्षिण बंगाल राज्य परिवहन निगम की बस से लौटने के बाद वे कोरोना संक्रमित हो गए थे। बस में चढ़ने से पहले किसी की कोई जांच नहीं की गई थी। परिवहन निगम के अनुसार लंबी दूरी की लगभग 3, 500 बसें हैं। प्रत्येक बस में थर्मल स्कैनर की व्यवस्था करना संभव नहीं है, फिर भी वे यथासंभव कोशिश कर रहे हैं।
कोलकाता से रवाना होने वाली लंबी दूरी की बसों में यात्रियों की थर्मल गन से जांच शुरू की गई है। जो लोग एस्प्लानेड डिपो में काम कर रहे हैं, उन्हें इस बाबत प्रशिक्षित किया जा रहा है। बस रवाना होने से 30 मिनट पहले यात्रियों को चढ़ाया जा रहा है। इससे पहले बस को पूरी तरह से सैनिटाइज किया जा रहा है। कंडक्टर या डिपो के कर्मचारी ही स्कैन कर रहे हैं।
एस्प्लानेड डिपो के मैनेजर अनिल अधिकारी ने कहा-'हमारे कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया है। साथ ही हम यात्रियों से अपील कर रहे हैं कि वे खुद में कोरोना का कोई लक्षण दिखने पर बस में न चढ़ें।' राज्य सरकार के इस कदम से यात्री खुश हैं । एक यात्री ने कहा-'यह अच्छी पहल है। मुझे नहीं पता कि मेरे बगल में बैठा व्यक्ति कौन है? मुझे नहीं पता कि उसमें कोरोना का कोई लक्षण हैं या नहीं? इस पहल से सुकून के साथ सफर कर