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अजीबोगरीबः बच्‍चे को जन्म देने अस्‍पताल पहुंची महिला, पता चला गर्भवती ही नहीं

चाईपुर गांव में रहने वाली एक महिला है पेट दर्द की शिकायत व माहवारी बंद होने के बाद मई माह में चिकित्सा के लिए स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में पहुंची। प्रेग्नेंसी के पहले टेस्ट में महिला की रिपोर्ट नेगेटिव रही लेकिन बाद में महिला ने द्वितीय प्रेग्नेंसी टेस्ट कराया।

By Babita KashyapEdited By: Published: Mon, 25 Oct 2021 09:34 AM (IST)Updated: Mon, 25 Oct 2021 09:34 AM (IST)
अजीबोगरीबः बच्‍चे को जन्म देने अस्‍पताल पहुंची महिला, पता चला गर्भवती ही नहीं
बच्‍चे को जन्म देने पहुंची महिला को पता चला गर्भवती ही नहीं है

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। चिकित्सकों की राय पर यदि कोई महिला खुद को गर्भवती मानकर अपने बच्चे को जन्म देने का बेसब्री से इंतजार कर रही हो, लेकिन अंतिम समय में यदि उसे यह पता चले कि वह गर्भवती ही नहीं हुई है, तो उस महिला पर क्या गुजरी होगी। इस बात का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। इसके साथ ही यह घटना स्वास्थ्य परिसेवा पर भी सवालिया निशान खड़ा कर रहा है। पश्चिम मिदनापुर जिला अंतर्गत खड़गपुर सदर ब्लाक के धेड़ुआ ग्राम पंचायत इलाके के चाईपुर गांव में रहने वाली एक 40 वर्षीय महिला के साथ इसी प्रकार की एक घटना घटी है। पेट दर्द की शिकायत व माहवारी बंद होने के बाद वह महिला मई माह में चिकित्सा के लिए स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में पहुंची।

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जहां स्वास्थ्य केंद्र की ओर से उक्त महिला को बताया गया कि वह मां बनने वाली है। प्रेग्नेंसी के पहले टेस्ट में महिला की रिपोर्ट नेगेटिव रही, लेकिन चिकित्सकों की सलाह पर बाद में उक्त महिला ने एक निजी चिकित्सालय में अपना द्वितीय प्रेग्नेंसी टेस्ट कराया। जिसकी रिपोर्ट पाजिटिव निकली। रिपोर्ट सकारात्मक आने के बाद उक्त महिला का नाम मां व शिशु सुरक्षा योजना में पंजीकृत कर दिया गया। उसके बाद से महिला की नियमित शारीरिक जांच व चिकित्सा भी होने लगी। मालकुड़ी स्वास्थ्य केंद्र व चांदड़ा ग्रामीण अस्पताल में वह महिला नियमित रूप से जाकर अपना जांच भी कराती रही।

चिकित्सकों ने उक्त महिला के प्रसव का समय अक्टूबर माह में बताते हुए उसे अल्ट्रासोनोग्राफी कराने की सलाह भी दी। जिसके बाद उक्त महिला ने कुछ दिनों पहले झाड़ग्राम में अपना अल्ट्रासोनोग्राफी भी कराया। जिसकी रिपोर्ट हाथ में आते ही महिला के पैरों तले से जमीन खिसक गई। रिपोर्ट में यह दर्शाया गया कि वह महिला गर्भवती ही नहीं है। इस घटना से वह महिला मानसिक तौर पर काफी आहत हो गई है। फिलहाल इस घटना को लेकर स्वास्थ्य विभाग के किसी भी अधिकारी ने कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन इस वाकये को लेकर महिला व परिजनों समेत स्थानीय ग्रामीणों में भी स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ काफी नाराजगी व्याप्त है।


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