निगम के अंर्तगत पड़ने वाले श्मशान के पुरोहितों को मिलेगा लाभ
पुरोहितों को 380 रुपये मासिक भत्ता देगा निगम अगले महीने से लागू हो जाएगी परियोजना मेयर ने बताया कि श्मशान में दाह संस्कार करने वाले ब्राह्मण आमतौर पर बहुत गरीब होते हैं।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। लोकसभा चुनाव के एक्जिट पोल आने के बाद सभी दलों में बेचैनी बढ़ गई है। बात करे बंगाल की तो यहां भी तृणमूल की जमीन खिसकती नजर आ रही है। ममता बनर्जी शुरू से ही पीएम मोदी के खिलाफ मुखर रही हैं तथा हर मोर्चे पर उनका विरोध करती रही हैं।
वहीं राज्य की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर मुस्लिम तुष्टीकरण के आरोप लगते रहे हैं। अपनी मुस्लिम तुष्टिकरण की छवि को धूमिल करने के लिए कोलकाता नगर निगम ने ऐतिहासिक निर्णय लिया है। मंगलवार को निगम के मासिक अधिवेशन में कोलकाता के मेयर ने श्मशान के पुरोहितों को भत्ता देने की घोषणा की है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बुधवार को निगम परिषद की बैठक में इस परियोजना को मंजूरी दी जाएगी। मासिक अधिवेशन में मेयर फिरहाद हकीम ने कहा कि यह परियोजना अगले महीने से लागू हो जाएगी। इस फैसले के अनुसार, कलकत्ता नगर निगम के अधीन श्मशान के पुजारियों को ही इसका लाभ मिलेगा। मेयर ने बताया कि श्मशान में दाह संस्कार करने वाले ब्राह्मण आमतौर पर बहुत गरीब होते हैं। इसलिए निगम ने उन्हें भत्ता देने का फैसला लिया है।
उन्होंने आगे कहा कि हालांकि, यह परियोजना फिलहाल निगम के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र में लागू की जा रही है, लेकिन भविष्य में सरकार पूरे राज्य में यह परियोजना शुरू करने की योजना बना रही है। मेयर ने बताया कि परियोजना के अनुसार अंतिम संस्कार करने वाले प्रत्येक पुजारियों को 380 रुपये का भुगतान किया जाएगा।
फिलहाल सात श्मशान के 49 पुजारियों को परियोजना के तहत लाया गया है। इनमें काशीपुर, काशीमित्र घाट, निमतल्ला, केवड़ातल्ला, गरिया, सिरियारी और गार्डेनरिच स्थित श्मशान घाट शामिल हैं।
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