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बंगाल में बंद कर कारखानों की चाबी लेकर घूमते हैं तृकां नेता, गलत नीतियों से उल्टी गंगा बह रही : दिलीप घोष

West Bengal Politics तृणमूल चाहती है कि कल कारखाने बंद हो जाए और बेरोजगार युवा उनकी पार्टी के झंडे लेकर घूमे। लाखों की संख्या में लोग बंगाल में बेरोजगार हुए। यही कारण है कि और रोजगार की तलाश में बंगाल के लोग दूसरे राज्यों में पलायन कर रहे हैं।

By Vijay KumarEdited By: Published: Tue, 24 Nov 2020 06:30 PM (IST)Updated: Tue, 24 Nov 2020 06:30 PM (IST)
बंगाल में बंद कर कारखानों की चाबी लेकर घूमते हैं तृकां नेता, गलत नीतियों से उल्टी गंगा बह रही : दिलीप घोष
कहा-तृणमूल चाहती है कि कल कारखाने बंद हो जाए और बेरोजगार युवा उनकी पार्टी के झंडे लेकर घूमे।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस तथा मुख्य विरोधी पार्टी भाजपा के बीच वाक युद्ध जारी जारी है। इस क्रम में बंगाल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने तृणमूल कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि उनके नेता राज्य में बंद हुए कल कारखानों की चाबी लेकर घूमते हैं। तृणमूल चाहती है कि कल कारखाने बंद हो जाए और बेरोजगार युवा उनकी पार्टी के झंडे लेकर घूमे। 

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 छोटे-बड़े 1000 से अधिक कल कारखाने बंद 

 दिलीप घोष ने कहा कि जहां तक भारतीय जनता पार्टी को जानकारी मिली है कि ममता के शासनकाल में छोटे-बड़े 1000 से अधिक कल कारखाने बंद हो गए। इसमें जूट मिल भी शामिल हैं। 

बंगाल के लोग दूसरे राज्यों में पलायन कर रहे

लाखों की संख्या में लोग बंगाल में बेरोजगार हुए हैं। यही कारण है कि और रोजगार की तलाश में बंगाल के लोग दूसरे राज्यों में पलायन कर रहे हैं। दरअसल कल कारखानों को बंद कराने में तृणमूल काग्रेस को पारंगत हासिल है।

एक समय बंगाल का भारत में सर्वश्रेष्ठ स्थान था

उद्योग-धंधे के लिए एक समय बंगाल भारत में सर्वश्रेष्ठ स्थान माना जाता था। जहां देशभर के लोग रोजी रोजगार के लिए आते थे, लेकिन आज सरकार की गलत नीतियों के कारण उल्टी गंगा बह रही है। 

कारखानों में हो रही तालाबंदी के कई कारण हैं

पूरे देश में बंगाल ही वह राज्य है, जहां सबसे अधिक कारखानों में तालाबंदी हुई है। कारखानों में हो रही तालाबंदी के कई कारण हैं। राजनीतिक कारण के अलावा काम करने का सही वातावरण न मिल पाना भी श्रमिक असंतोष की वजह बन रहा है।


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